Last Updated: Thu, 29 July 2020; 05:17:00 PM
सुल्तानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। राममंदिर के भूमिपूजन की तारीख तय होते ही अयोध्या में तैयारियां भी जोर शोर से शुरू हो गई हैं। पांच अगस्त को होने वाले भूमिपूजन के अनुष्ठान में अयोध्या सहित मथुरा, काशी, कांची, उज्जैन, हरिद्वार, द्वारिका जैसे सप्तपुरियों और चारों धाम की मिट्टी के साथ सरयू सहित गंगा, यमुना, सरस्वती के संगम और नर्मदा आदि देश की पवित्र नदियों का जल लाया जायेगा।
इसी क्रम में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम जी के पुत्र महाराज कुश की नगरी कुशभावनपुर वर्तमान नाम सुल्तानपुर के विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के विभाग संयोजक सुशील सिंह कुशभावनपुर ,ने बताया ,कि जन्मभूमि मंदिर अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण के लिये पवित्र भूमि भगवान राम के बड़े पुत्र महाराज कुश की नगरी कुशभवन से मिट्टी और सीताकुंड घाट से आदि गंगा मां गोमती से जल और मिट्टी एकत्र करके पूजन करके ,अयोध्या धाम के लिए भेजा गया ।
पूरे भारत वर्ष से विश्व हिन्दू परिषद पवित्र स्थल की मिट्टी व जल 5 अगस्त को भूमि पूजन के लिए अयोध्या भेज रहा है । इस कार्य की जिम्मेदारी विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल को मिली है ।यह जानकारी संयोजक सुशील सिंह ने दी , और बताया अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर शिलान्यास के लिए काशी प्रांत के अंतर्गत संगठन की दृष्टि से 19 जिले आते हैं 19 जिलों के सभी सिद्ध धामों एवं नदियों के जल मिट्टी एकत्र करके , प्रभु राम भव्य मंदिर के निर्माण के नीव पूजन में सम्मिलित किये जायेंगे। पूर्ण भारतवर्ष से पवित्र जल और पवित्र मिट्टी अयोध्या भेजी जा रही है।
सुशील सिंह ने कहा कि 492 वर्षों का संघर्ष के बाद ,और 76 लड़ाइयां , राम भक्तो ने लड़ी और इसमें लगभग 4 लाख राम भक्त बलिदान हुए इतने लम्बे समय के बाद यह शुभ घड़ी की बेला आई है ।
इस लिये हम सब सौभाग्य से सौभाग्यसाली पीढ़ी के लोग हैं इस कालखंड में हम सब प्रभु राम का भव्य मंदिर के दर्शन करने का सौभाग्य मिलेगा और कहा कि हिंदू समाज के लिए इससे बड़ी कोई और खुशी नहीं हो सकती है यह गौरव की बात है हम सब के लिएह सब सौभाग्यशाली हैं।
जी भैया,वो अभी हेडिंग रहेगी उसी में।
श्री राम जन्मभूमि 492 वर्षों का संघर्ष
विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के विभाग संयोजक सुशील सिंह ने बताया कि 492 वर्ष के संघर्ष 76 लड़ाइयों में लाखों हमारे पूर्वजों के बलिदान,7 अक्टूबर 1984 को रामजी की नगरी में आरम्भ विश्व का सहस्त्राब्दी का सबसे बड़ा अहिंसक आन्दोलन उसके महानायक हिन्दू हृदय सम्राट माननीय अशोक सिंहल के कुशल सेनापतित्व,मार्गदर्शक गोरक्षपीठाधीश्वर पूज्य महन्थ अवैद्यनाथ जी,वीतराग स्वामी बामदेव जी महाराज, परमहंस रामचन्द्र दास जी महाराज के और सन्त ठाकुर गुर्जन सिंह सभी पूज्य सब के आशीर्वाद और लाखों कार्यकर्ताओं संत महात्माओं और हिन्दू समाज के साधना का सुफल है, रामलला के भव्य मन्दिर के भूमिपूजन की शुभ घड़ी आ गई हम उस भाग्यवान पीढ़ी के लोग हैं जो रामलला के भव्य भवन के कलश का दर्शन करेंगे।
रामजन्मभूमि आन्दोलन आरम्भ हुआ रामजन्मभूमि मुक्तियज्ञ समिति बनी पूज्य अवैद्यनाथ जी की अध्यक्षता में महामन्त्री दाऊदयाल जी खन्ना और मंत्री बने संघ के वरिष्ठ प्रचारक हम जैसे लाखों कार्यकर्ताओं के पथप्रदर्शक माननीय ओंकार भावे जी बाद में उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश विश्व हिन्दू परिषद के संगठन मंत्री के रूप में अपने केन्द्र लखनऊ से इस अभूतपूर्व आन्दोलन की व्यूहरचना में जिनका प्रमुख योगदान रहा।
हम जैसे हजारों अनगढ़ पत्थरों में जिन्होंने जीवन का संचार किया,श्वेतवस्त्रधारी सन्यासी इस आन्दोलन के शिल्पी,त्याग तपस्या की प्रतिमूर्ति आध्यात्मिक विभूति संघ के प्रचारक विश्व हिन्दू परिषद पूर्वी उत्तरप्रदेश, जो आन्दोलन का मुख्य समरांगण था के उस काल में संगठन मन्त्री माननीय ठाकुर गुरुजन सिंह जिनका व्यक्तित्व और कर्तित्व आज भी हम जैसों के लिये प्रकाशस्तंभ है , बहुत याद आ रहे हैं।आज आन्दोलन के शीर्ष नेतृत्व को नमन करते हुये,इन माह शिल्पकारों को भी आज के पावन अवसर पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं ।अपने पूर्वजों राम भक्तों पूजनीय संतो आंदोलन करने वाले सभी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष तरीके से सभी लोगों को कृतग रहेगा हिंदू समाज सभी आंदोलन प्राणियों का ऋणी रहेगा ।
इस अवसर पर सुलतानपुर विभाग के मौजूद पदाधिकारी काशी प्रांत के अध्यक्ष बाबू सिंह नारायण सिंह विभाग संगठन मंत्री उमाकांत, विभाग अध्यक्ष श्री नागेंद्र सिंह, विभाग संयोजक सुशील सिंह, विभाग मंत्री रमेश,जिला संयोजक अनुराग, शिव जी, विभाग उपाध्यक्ष राजीव समेत कई पदाधिकारी,कार्यकर्ता मौजूद रहे ।
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