November 2019


सुल्तानपुर। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का परियोजनाओं के लोकार्पण शिलान्यास भ्रमण कार्यक्रम मे शामिल होने वायु मार्ग से सुल्तानपुर पुलिस लाइन में हेलीकॉप्टर से उतरे ।इसके पश्चात सड़क मार्ग से अफीम कोठी स्थित भाजपा बूथ अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव के निवास पर पहुंचे।
इसके उपरांत सड़क मार्ग से ही वरिष्ठ भाजपा नेता ओमप्रकाश पांडे बजरंगी के घर  पहुंचे जहाँ पर सैकड़ो समर्थको संग वरिष्ठ भाजपा नेता ओमप्रकाश पांडे बजरंगी ने गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत कर अपने निज निवास पर ले गए जहाँ शिष्टाचार भेट और जलपान के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अपने काफिले के साथ नगर के राम नरेश त्रिपाठी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पहुँचे जहाँ पर उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार प्रत्येक क्षेत्र में विकास का कार्य कर रही है प्रत्येक क्षेत्र के विकास के लिए सरकार कटिबद्ध है।उप मुख्यमंत्री केशव ने सुल्तानपुर को विकास की सौगात देते हुए 115.76 करोड़ की लागत वाली 35 परियोजनाओं का तोहफा दिया और कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, मुख्यमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन तथा आयुष्मान भारत आदि योजना से पात्र लाभार्थियों को लाभांवित भी किया।

उपमुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण परियोजनाये 

 विधान सभा कादीपुर के अन्तर्गत 05 परियोजनाओं में हिन्दुआबाद किमी0-03 से मुझना सम्पर्क मार्ग, इसी प्रकार अलीपुर हाजीपुर मार्ग किमी0-07 से कटैया, हलियापुर बेलवाई मार्ग किमी0-81 से हरिजन बस्ती, अन्दारायपुर सम्पर्क मार्ग किमी0-01 से पंडितपुरवा, ए0पी0 रोड किमी0-36 से चमरौटी साउथ, सुलतानपुर के अन्तर्गत 06 परियोजनाओं में इलाहाबाद-फैजाबाद किमी0-80 से अहिमाने कृषि भवन के सामने, रैमनपुर सम्पर्क मार्ग, कटका मायंग मार्ग किमी0-01 से पूरेचैपाई, इलाहाबाद-फैजाबाद किमी0-96 से परसन का पुरवा, कटका मायंग मार्ग किमी0-01 से सूबेदार का पुरवा, तकिया सम्पर्क मार्ग तथा बुद्धिमिश्र का पुरवा सम्पर्क मार्ग। सदर के अन्तर्गत 03 परियोजनाओं में अलमापुर, अहिरौटी तथा किशुनागरपुर सम्पर्क मार्ग। इसौली के अन्तर्गत 07 परियोजनाओं में पूरेलक्ष्मीनारायन, खाऊपुर, लादी का पुरवा, बड़ा पतुरसा, अक्षरपुर, तुलसीपुर तथा भीखमपुर सम्पर्क मार्ग। विधान सभा लम्भुआ के अन्तर्गत 02 परियोजनाओं में केशवपुर सम्पर्क मार्ग तथा कोथरा राजाउमरी तातोमुरैनी हाजीगंज मार्ग का चौड़ीकरण तथा विकास खण्ड कादीपुर के अन्तर्गत कादीपुर-धोपाप घाट लम्भुआ मार्ग के गोमती नदी पर सेतु का निर्माण।
         इसके अतिरिक्त विधान सभा सुलतानपुर के अन्तर्गत 04 तथा लम्भुआ के अन्तर्गत 06 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। सुलतानपुर के अन्तर्गत 04 परियोजनाओं में अफीम कोठी मार्ग का चौड़ीकरण, अमहट चैराहे से बस अड्डा तक चौड़ीकरण, गोलाघाट से आजाद पार्क होते हुए पयागीपुर तक (04 लेन हेतु) चौड़ीकरण, दूबेपुर ब्लाक मुख्यालय को 02 लेन में जोड़ने के लिये चौड़ीकरण का कार्य। लम्भुआ के अन्तर्गत भरखरे से अलीपुर मार्ग के क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर नये पुल का निर्माण  ।


सुल्तानपुर। जिले के अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल कार्यालय पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश एक कर्मचारियों ने घोटाले के विरोध में किया 18 नवंबर 19 नवंबर तक किया कार्य बहिष्कार  कर्मचारियों की मानें तो जीपीएफसीपीएफ के भुगतान का उत्तरदउत्तरदायित्व सरकार ले और उसका गजट नोटिफिकेशन जारी करें और घोटाले से संबंधित दोषी आईएएस अधिकारियों को बर्खास्त कर उन्हें गिरफ्तार करें जीपीएफ सीपीएफ में निवेश के संबंध में सरकार स्वैत पत्र जारी करें और विधुत विधुत कर्मियो का जीपीएफ सीपीएफ का महेनत का पैसा उन्हे वापस दिलाया जाए नहीं आने वाले समय मे कार्य बहिष्कार नही जनआंदोलन होगा इस धरने मे कार्यबहिष्कार मे उपस्थित अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल सुल्तानपुर धीरज सिन्हा  यादवेंद्र यादव  गौरव तिवारी  अर्जुन राम  घनश्याम सिंह , जमुना प्रसाद  वशिष्ठ कुमार,  पवन गुप्ता  मनोज कुमार सिंह  अनीश,  राजेश प्रजापति, अनुपम श्रीवास्तव  लोकनाथ पांडेय अरुणेंद्र पांडे  मोहम्मद असलम  आदि विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति  उत्तर प्रदेश के सदस्य घोटाले के विरोध में 18 एवं 19 नवंबर 2019 तक 48 घंटे के लिए कार्य संपूर्ण बहिष्कार में बैठे  अब देखना है कार्य बहिष्कार के चलते होने वाली आम समस्याओं में सरकार एवं प्रशासन की तरफ से आम जनता के लिए क्या व्यवस्थाएं की जाति है।


आयोध्या फैसला:जावेद अख्तर ने मस्जिद को मिली 5 एकड़ की जगह में हॉस्पिटल बनाने की सलाह दी है. जावेद अख्तर ने ट्वीट किया, ये बहुत अच्छा होगा अगर 5 एकड़ मिली जगह पर चेरिटेबल हॉस्पिटल बना दिया जाएगा और इसे सभी समुदाय के लोगों का  समर्थन भी मिलेगा.



It would be really nice if those who get the 5 acres as compensation decide to make a big charitable hospital on that land sponsored and supported by the people all the communities .

7,856 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं

सालों से चले आ रहे अयोध्या विवाद पर शनिवार यानी 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने विवादित जगह रामलला को दे दी है. वहीं इसके बदले मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ दूसरी जगह देने के लिए कहा है. अब इस मामले पर फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकारों की प्रतिक्रिया आनी भी शुरू हो गई है.
गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने मस्जिद को मिली 5 एकड़ की जगह में हॉस्पिटल बनाने की सलाह दी है. जावेद अख्तर ने ट्वीट किया, ये बहुत अच्छा होगा अगर 5 एकड़ मिली जगह पर चेरिटेबल हॉस्पिटल बना दिया जाएगा और इसे सभी समुदाय के लोगों का समर्थन भी मिलेगा.



सुल्तानपुर:  गनपत सहाय पीजी कॉलेज के प्रबंधक विभिन्न  संगठनों में महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारी निर्वहन कर चुके डॉ ओम प्रकाश पाण्डेय बजरंगी को वियतनाम में इकोनॉमिक अचीवर्स काउंसिल द्वारा भारत गौरव आवार्ड से सम्मानित किया गया ।

आपको बताते चले कि यह आवार्ड शनिवार को वियतनाम में आयोजित एक कार्यक्रम में इकोनॉमिक अचीवर्स काउंसिल द्वारा 'ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने' के लिए गोल्ड मेडल और भारत गौरव आवार्ड से सम्मानित किया गया ।


बजरंग दल के पूर्व काशी प्रान्त सयोजक डॉ ओम प्रकाश पाण्डेय "बजरंगी" 1991 में जीटीआई कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूर्ण करने के पश्चात भी इंजीनियरिंग जैसे महत्वपूर्ण एवम आर्थिक लाभ से परिपूर्ण में कैरियर न बनाकर सामाजिक,धार्मिक एवं राजनैतिक रूप से पूरी तरह से अपनी सेवा समाज को देने लगे।  इसके पूर्व में अमेरिका के सेंट्रल यूनिवर्सिटी से मानद उपाधि और मास्को के  रूस से वर्ड एनआरआई सम्मान से नवाजे जा चुके हैं डॉ ओम प्रकाश पाण्डेय "बजरंगी"।


उक्त जानकारी ओम प्रकाश पाण्डेय "बजरंगी" के छोटे पुत्र भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष आशीष पाण्डेय ने टेलीफोनिक वार्ता में दी।




तीस साल पहले इसी दिन 9 नवम्बर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेताओं ने 'शिलान्यास' समारोह किया और बाबरी के बगल में एक प्रस्तावित भव्य मंदिर की नींव रखी। 

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मस्जिद 9 नवंबर, 1989 को विवादित स्थल पर राम मंदिर बनाने के लिए वीएचपी और आरएसएस के एक दशक के अभियान की परिणति का संकेत मिलता है, जहां मुगल सम्राट बाबर द्वारा निर्मित बाबरी मस्जिद एक बार लंबा खड़ा था। 

1992 में, मंदिर बनाने के लिए एक बोली लगाने में स्वयंसेवकों के स्कोर से मस्जिद को तोड़ दिया गया, इस कदम ने देश भर में सांप्रदायिक दंगों के बड़े पैमाने पर उन्मादी हो गए। यह महत्व रखता है क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक आदेश को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आदेश का उच्चारण करने के लिए निर्धारित किया गया है, जिसने पार्टियों - रामलला विराजमान, सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड और निर्मोही अखाड़ा - के बीच साइट को तोड़ दिया।

 अयोध्या में 2.77 एकड़ भूमि पर कानूनी विवाद, जो वर्षों से था, दोनों धार्मिक और राजनीतिक लड़ाई में बदल गया, ब्रिटिश काल में वापस आ गया। हिंदू दलों का दृढ़ विश्वास था कि यह स्थल भगवान राम की जन्मस्थली है और बाबरी मस्जिद के केंद्रीय गुंबद के नीचे एक मंदिर है। दूसरी ओर, मुसलमानों ने दावों को गिनाया और कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि होने का एक मात्र विश्वास उनके न्यायिक व्यक्तित्व को नहीं प्रदान करता है। 

पार्टियों ने विभिन्न भूमि दस्तावेजों, इतिहासकारों, पुरातात्विक सर्वेक्षणों को कंटेंट को प्रमाणित करने के लिए संदर्भित किया। 1989 में, दीवानी न्यायालय में इसके विरुद्ध दायर चार मुकदमों को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थानांतरित  कर दिया गया। इसके बाद, उच्च न्यायालय ने स्थल पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया। 2003 में, सुप्रीम कोर्ट ने साइट पर किसी भी धार्मिक गतिविधि पर रोक लगा दी थी। 

c&p(एएनआई)




सुलतानपुरसुलतानपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है जिसका अनुपालन शक्ति से कराया जाएगा।समस्त  जिला वासियों से अनुरोध है कि ग्रुप या समूह में कोई कार्य न करें 2 या 3 से अधिक संख्या में एक स्थान पर एकत्रित न हो।
सोशल मीडिया पर कोई धार्मिक कमेंट ना करें ना ही अफवाह फैलाए और ना ही अफवाहों पर ध्यान दें। यदि आपकी नजर में कोई ऐसा करता पाया जाए तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें।

 क्या है धारा-144 

सीआरपीसी के तहत आने वाली धारा-144 शांति व्यवस्था कायम करने के लिए लगाई जाती है. इस धारा को लागू करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट यानी जिलाधिकारी एक नोटिफिकेशन जारी करता है. और जिस जगह भी यह धारा लगाई जाती है, वहां चार या उससे ज्यादा लोग इकट्ठे नहीं हो सकते हैं. इस धारा को लागू किए जाने के बाद उस स्थान पर हथियारों के लाने ले जाने पर भी रोक लगा दी जाती है.

 क्या है सजा का प्रावधान 

धारा-144 का उल्लंघन करने वाले या इस धारा का पालन नहीं करने वाले व्यक्ति को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है. उस व्यक्ति की गिरफ्तारी धारा-107 या फिर धारा-151 के तहत की जा सकती है. इस धारा का उल्लंघन करने वाले या पालन नहीं करने के आरोपी को एक साल कैद की सजा भी हो सकती है. वैसे यह एक जमानती अपराध है, इसमें जमानत हो जाती है.

क्या है दण्ड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी)

दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 (Code of Criminal Procedure, 1973) भारत में आपराधिक कानून के क्रियान्यवन के लिये मुख्य कानून है. यह सन् 1973 में पारित हुआ था. इसे देश में 1 अप्रैल 1974 को लागू किया गया. दंड प्रक्रिया संहिता का संक्षिप्त नाम 'सीआरपीसी' है. जब कोई अपराध किया जाता है, तो सदैव दो प्रक्रियाएं होती हैं, जिन्हें पुलिस अपराध की जांच करने में अपनाती है. एक प्रक्रिया पीड़ित के संबंध में और दूसरी आरोपी के संबंध में होती है. सीआरपीसी में इन प्रक्रियाओं का ब्योरा दिया गया है.


सुल्तानपुर:  शनिवार को सुबह लगभग 10:00 बजे नगर कोतवाली के करीब नीम के पेड़ पर एक युवक ने चढ़कर तहलका मचा दिया चौंकाने वाली बात तो वो युवक फोन से किसी से बात तो कर रहा लेकिन नीचे खड़े लोगों की बातों का कोई जवाब नहीं दे रहा था। ज्यादा देर होता देख बगल कोतवाली की पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुँच गई और उसे समझाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन युवक न ही किसी से कोई बात कर रहा है और न ही किसी के बात सुनने का का ही प्रयास कर रहा था। इस दौरान वहां सैकड़ों की संख्या में तमाशबीन खड़े लोग उसे देख रहे थे। 

पुलिस की कड़ी मस्कत से घण्टो बाद खुदखुशी करने के लिए पेड़ पर चढ़ा युवक उतरा नीचे,युवक को पुलिस शकुशल लाई कोतवाली नगर, कोतवाली नगर के बगल नीम के पेड़ पर खुदखुशी करने को चढ़ा था युवक।

31 अक्टूबर 2019


लखनऊ : इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (IISF) -2019 के तहत, 31 अक्टूबर 2019 को केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान लखनऊ (वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद) में एक आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के 500 से अधिक छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में अपने उद्घाटन भाषण में मुख्य अतिथि डॉ वी पी कंबोज, पूर्व निदेशक, सीडीआईआर-सीडीआरआई, लखनऊ ने कहा, विज्ञान ने बेहतर जीवन स्तर के लिए समाज को नई दिशाएँ दी हैं और वैज्ञानिक हस्तक्षेपों के कारण ही आज हमारा जीवन इतना आसान हो चुका है। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर सोमदेव भारद्वाज ने कहा कि नवाचार और विज्ञान को समाज से जोड़ने की नितांत आवश्यकता है और इस तरह के आयोजनों से शोधकर्ताओं, आविष्कारकों और आम आदमी को एक साथ आने का एक अनूठा मंच मिल रहा है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सफल जीवन की तुलना में सार्थक जीवन अधिक महत्वपूर्ण है, इसलिए आने वाली पीढ़ी को अपने करियर की योजना इस तरह से बनानी चाहिए ताकि वे समाज के लिए अधिक प्रासंगिक हो सकें।
सीएसआईआर-सीडीआरआई वैज्ञानिकों द्वारा प्रतिभागियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक एवं स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर लोकप्रिय व्याख्यान दिए गए। डॉ अनिल गायकवाड़ ने "स्वस्थ जीवन शैली और चयापचय संबंधी विकारों" के बारे में बात की, डॉ पीएन यादव ने युवा आबादी में मनोदशा संबंधी विकारों पर चर्चा की और डॉ दिब्येंदु बनर्जी ने "जीन और कैंसर" के बारे में जानकारी दी और कैंसर के कारणों और परिणामों पर चर्चा की और साथ ही बताया कि खुद को कैसे इस जानलेवा बीमारी से बचाएं।
इस अवसर पर स्थानीय जमीनी स्तर के अन्वेषक व शोधकर्ताओं को, जिन्होंने इनोवेशन एवं विज्ञान के क्षेत्र में कार्य करके समाज में इसे लोकप्रिय बनाते हुए राज्य और राष्ट्र स्तर पर अपनी पहचान बनाई है उन्हें नवप्रवर्तक, विज्ञान शिक्षक, विज्ञान पत्रकार, सरकारी/ गैर सरकारी संगठन के रूप में सम्मानित किया गया। जिसमें राधेश्याम पाण्डेय को नवप्रवर्तक व सुशील द्विवेदी को विज्ञान शिक्षक के रूप में सम्मानित किया गया। साथ ही छात्रों ने वाद-विवाद, चित्रकला और विज्ञान मॉडल प्रतियोगिताओं में भाग लिया।

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