March 2020

सुल्तानपुर: विहिप/बजरंगदल विभाग संगठन मंत्री ने कोरोना से लड़ने का दिया ‘विजय महामंत्र’ का फॉर्मूला,जनमानस को लॉक डाउन पालन का दिया निर्दे


सुल्तानपुर: देश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन होने पर सुल्तानपुर के विश्व हिंदू परिषद (विहिप) / बजरंगदल विभाग संगठन मंत्री उमाकान्त ने संगठन के मीडिया प्रभारी शुभम तिवारी के मध्यम से जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि दुनिया के कई देशों में इस महामारी के दुष्परिणाम देखे जा चुके हैं। विहिप सहित अनेक संस्थाएं भी संकट की इस घड़ी में सेवाएं दे रहीं हैं। चूंकि भारत ‘आध्यात्मिक देश है’ इस नाते संपूर्ण देश से अपील की जाती है कि इस कठिन काल में लोग अपनी दैवीय शक्तियों का आवाहन करें। संकट का सामना करने में दैवीय शक्तियां महत्वपूर्ण होतीं हैं। इस नाते सभी देशवासी कठिन काल में दैवीय शक्तियों का आह्वान करें और हर दिन आधे घंटे के लिए अपने इष्ट देव का स्मरण करते हुए अंत में विजय महामंत्र 'श्रीराम जय राम जय जय राम' का जाप करें। उन्होंने कहा है कि सौभाग्य है कि संपूर्ण देश एकजुट है और पूरा जिला  प्रशासन का पूर्ण सहयोग कर रहा है।

संगठन मंत्री उमाकान्त ने कोरोना महामारी की भयानक स्थिति को देखते हुए आम नागरिकों से अपील की है कि हम सभी इस जानलेवा महामारी से बचने के लिए सरकार एवं चिकित्सक द्वारा निर्देशित नियम कानून, परामर्श एवं सलाह का पालन करें। सरकार द्वारा लागू  लॉकडाउन सबसे कारगर और सामूहिक उपाय है। इसका पालन हम सभी को करना चाहिए। कोरोना से बचने के लिए डॉक्टरों ने सलाह दी है कि यह वायरस हाथ एवं मुंह के माध्यम से एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में संक्रमित होती है। किसी से हाथ ना मिलाएं, हाथ को बराबर सैनेटाइजर से साफ करें। समय-समय पर हाथ को मेडिकेटेड साबुन, हैंडवॉश से धोएं, लोगों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। किसी तरह की परेशानी की स्थिति में अस्पताल जाकर सूचित करते और किसी विशेष स्थिति में खुद को आइसोलेशन में रहें। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल भी अपने अपने स्तर से बचाव एवं जागरुकता के लिए प्रयास कर रही है।







सुल्तानपुर । पत्रकार/समाजसेवी गुलज़ार अहमद उर्फ बाबुल ने ग्राम भठ्ठी जरौली मुरली नगर के लगभग 35 गरीब परिवारों को राशन वितरण किया। पत्रकार /समाजसेवी गुलज़ार अहमद ने कोरोना महामारी की भयानक स्थिति को देखते हुए आम नागरिकों से अपील की है कि हम सभी इस जानलेवा महामारी से बचने के लिए सरकार एवं चिकित्सक द्वारा निर्देशित नियम कानून, परामर्श एवं सलाह का पालन करें। सरकार द्वारा लागू  लॉकडाउन सबसे कारगर और सामूहिक उपाय है। इसका पालन हम सभी को करना चाहिए। कोरोना से बचने के लिए डॉक्टरों ने सलाह दी है कि यह वायरस हाथ एवं मुंह के माध्यम से एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में संक्रमित होती है। किसी से हाथ ना मिलाएं, हाथ को बराबर सैनेटाइजर से साफ करें। समय-समय पर हाथ को मेडिकेटेड साबुन, हैंडवॉश से धोएं, लोगों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। किसी तरह की परेशानी की स्थिति में अस्पताल जाकर सूचित करते और किसी विशेष स्थिति में खुद को आइसोलेशन में रहें।
इस नेक कार्य मे उनके साथ महताब अहमद, मो0 जुनैद,मो0 अकील, मो0 आफताब,अब्दुल मलिक,अब्दुल,शकूर, शरफू, दानिश ने पूरी तन्मयता से सहयोग किया। इन सब का कहना है कि आगे भी यह कार्य चलता रहेगा और गरीबो की मदद होती रहेगी।



फाइल फोटो जिला प्रचारक 
सुल्तानपुर: देश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन होने पर सुल्तानपुर के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक प्रवेश ने स्वयंसेवको को संदेश देते हुए कहा कि दुनिया के कई देशों जहां की मेडिकल सेवाएं उच्च स्तरीय है में इस महामारी से जन जीवन की दुर्गति देखी जा चुकी हैं। संघ सहित संघ के अन्य संगठन, समाजसेवी संस्थाएं संकट के दौर में हमेशा समाज हित मे देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आवश्यक कार्य को क्रियान्वित किया हैं।
जिला प्रचारक प्रवेश ने जिले के सभी स्वयंसेवको जिले के नागरिकों से अपील की,कि सभी को इस जानलेवा महामारी से बचने के लिए सरकार एवं चिकित्सक द्वारा निर्देशित नियम कानून, परामर्श एवं सलाह का पालन करें।जिले के स्वयंसेवक जिले में रोजमर्रा की जरूरी सामग्रियों से वंचित नागरिकों को आवश्यक सामग्रियों को उपलब्ध कराएं।अन्य प्रदेशों,शहरों से आ रहे यात्रियों के लिए बने रैन बसेरों में आवश्यक सामग्रियों का वितरण करने हेतु समाज के समक्ष व्यक्ति आगे आएं।स्वयंसेवक लॉक डाउन के अंतर्गत प्रशासन का सहयोग करें।
उन्होने कहा कि सरकार द्वारा लागू  लॉकडाउन सबसे कारगर और सामूहिक उपाय है। इसका पालन हम सभी स्वयंसेवकों, जिले के नागरिकों को करना चाहिए। कोरोना से बचने के लिए डॉक्टरों ने सलाह दी है कि यह वायरस हाथ एवं मुंह केमाध्यम से एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में संक्रमित होती है। किसी से हाथ ना मिलाएं, हाथ को बराबर सैनेटाइजर से साफ करें। समय-समय पर हाथ को मेडिकेटेड साबुन, हैंडवॉश से धोएं, लोगों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। किसी तरह की परेशानी की स्थिति में अस्पताल जाकर सूचित करते और किसी विशेष स्थिति में खुद को आइसोलेशन में रहें। संघ समेत संघ परिवार इस कठिन समय अपने आस पास यह ध्यान दे कि कोई भी नागरिक,बेजुबान प्राणी भूखा ना रहे।और अंत मे अपनी कविता के माध्यम से नागरिकों को संदेश दिया कि.... 
बन्द करो करोना का रोना,बनो सनातन कुछ ना होना।
तन-मन जीवन हिन्दू हो तो'सदा स्वस्थ कोई रोग ना होना।


सुल्तानपुरदेश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन होने पर  देश के यशस्वी प्रधानमंत्री के अपील के बाद,vhp/बजरंगदल विभाग संगठन मंत्री उमाकांत के निर्देश के अंतर्गत सुलतानपुर बजरंंगदल विभाग संयोजक  सुशील सिंह के द्वारा पयागीपुर चौराहे पर दिल्ली से , जौनपुर,  बनारस, और बिहार कि ओर से पैदल आ रहे यात्रियों को  पूड़ी सब्जी,जल आदि वितरित किया गया।पैदल आ रहे कई राहगीरों को बस रोक कर  बैठाया गया।
टेलीफोनीक वार्ता में vhp/बजरंगदल मीडिया प्रभारी शुभम तिवारी ने बताया कि "देश का बल बजरंग दल है" हर संकट में हम देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे,खड़े है और आगे भी रहेंगे।उन्होंने कहा कि आगे भी बजरंगियों का प्रयास रहेगा कि कोई भी भूखा ना जाने पाये ।
 इस दौरान बजरंग दल के विभाग  संयोजक  सुशील सिंह  बजरंग दल के कार्यकर्ता पंकज गुप्ता ,गिरिराज मिश्रा, राकेश गुप्ता, रितेश गुप्ता, गौरव कसौधन, ओम नाथ, शुभम गुप्ता मौजूद रहे ।






सुल्तानपुर: देश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन होने पर सुल्तानपुर के विश्व हिंदू परिषद (विहिप) / बजरंगदल विभाग संगठन मंत्री उमाकान्त ने संगठन के प्रवक्ता शुभम तिवारी के मध्यम से जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि दुनिया के कई देशों में इस महामारी के दुष्परिणाम देखे जा चुके हैं। विहिप सहित अनेक संस्थाएं भी संकट की इस घड़ी में सेवाएं दे रहीं हैं। चूंकि भारत ‘आध्यात्मिक देश है’ इस नाते संपूर्ण देश से अपील की जाती है कि इस कठिन काल में लोग अपनी दैवीय शक्तियों का आवाहन करें। संकट का सामना करने में दैवीय शक्तियां महत्वपूर्ण होतीं हैं। इस नाते सभी देशवासी कठिन काल में दैवीय शक्तियों का आह्वान करें और हर दिन आधे घंटे के लिए अपने इष्ट देव का स्मरण करते हुए अंत में विजय महामंत्र 'श्रीराम जय राम जय जय राम' का जाप करें। उन्होंने कहा है कि सौभाग्य है कि संपूर्ण देश एकजुट है और पूरा जिला  प्रशासन का पूर्ण सहयोग कर रहा है।

संगठन मंत्री उमाकान्त ने कोरोना महामारी की भयानक स्थिति को देखते हुए आम नागरिकों से अपील की है कि हम सभी इस जानलेवा महामारी से बचने के लिए सरकार एवं चिकित्सक द्वारा निर्देशित नियम कानून, परामर्श एवं सलाह का पालन करें। सरकार द्वारा लागू  लॉकडाउन सबसे कारगर और सामूहिक उपाय है। इसका पालन हम सभी को करना चाहिए। कोरोना से बचने के लिए डॉक्टरों ने सलाह दी है कि यह वायरस हाथ एवं मुंह के माध्यम से एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में संक्रमित होती है। किसी से हाथ ना मिलाएं, हाथ को बराबर सैनेटाइजर से साफ करें। समय-समय पर हाथ को मेडिकेटेड साबुन, हैंडवॉश से धोएं, लोगों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। किसी तरह की परेशानी की स्थिति में अस्पताल जाकर सूचित करते और किसी विशेष स्थिति में खुद को आइसोलेशन में रहें। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल भी अपने अपने स्तर से बचाव एवं जागरुकता के लिए प्रयास कर रही है।






 सुलतानपुर के जन सामान्य एवं अन्य फुटकर औषधि विकताओं की लाक डाउन के दौरान आड़े आ रही असुविधाओं के दृष्टिगत जनपद में औषधियों की सुचारू आपूर्ति हेतु जिले के दो थोक औषधि प्रतिष्ठानों  को किया गया नामित।

1 . अजय बंसल , प्रोपराइटर बंसल मेडिकल एजेंसी स्थित सुपर मार्केट सुलतानपुर मो0 नं0 9451776441 एवं

2 . संदीप गुप्ता , प्रोपराइटर संदीप मेडिकल एजेंसी स्थित पारकीन्सगंज सुलतानपुर मो0 नं0 9792912200

ऐसी औषधि जो सामान्य रूप से जनपद सुलतानपुर में उपलब्ध नहीं हो पा रही है तथा अन्य जनपदों से मंगाये जाने की आवश्यकता है , उपरोक्त थोक विकेताओं से सम्पर्क कर मंगा सकते हैं । यह व्यवस्था सम्पूर्ण लाक डाउन अवधि के लिए प्रभावी रहेगी ।
लिस्ट







सुल्तानपुर:  कोरोना महामारी से बचनेे केे लिये लॉक डाउन केे अनुपालन में चौराहों पर लगे पुलिस बल के जवानों को बिस्किट पानी का वितरण सर्वेेश मिश्रा (भाजपा प्रदेश महामंत्री पूर्वांचल प्रकोष्ठ हरियाणा)ने किया ।उन्होने समाज केे सभी वर्ग के लोगो को इस भीषण संकट के समय गरीब अशहाय लोगो तक आवश्यक दैनिक वस्तुओं को पहुचाने का आग्रह किया और साथ ही साथ लॉक डाउन अनुपालन के अंतर्गत अपने अपने घरों के आसपास सुरक्षा में लगे पुलिस बल के जवानों को भी खाद्य सामग्री एवं पेय जल देने की अपील की।

 



कोरोना संकट के इस दौर में जहां आम जनमानस भयभीत है, वही अवैध शराब के धन्धे में लगे लोगो की बल्ले बल्ले है।


बल्दीराय /सुल्तानपुर : पुलिस अधीक्षक शिव हरि मीणा एवं  क्षेत्राधिकारी लालचंद चौधरी के निर्देशन में सुरक्षा दृष्ट /एवं सामान्य स्थित बनाए रखने हेतु बल्दीराय थानाध्यक्ष अखिलेश सिंह को आज मुखबिर खास की सूचना मिली कि बारासिन में भारी मात्रा में कच्ची शराब की खेप तैयार हो रही है सूचना पाते ही बल्दीराय  थानाध्यक्ष अखिलेश सिंह भारी पुलिस बल के साथ गांव बारासिन में  दबिश दे दी तो मौके से अवैध शराब कारोबारी मौके से भागने में रहे कामयाब तो वही पर एक सख्श गिरजाशंकर गुप्ता को पुलिस ने किया मौके पर गिरफ्तार थानाध्यक्ष ने करीब लगभग साढ़े 12 कुंतल लहन नष्ट कराया साथ मे 4 भट्ठियां नष्ट की गई और 90 लीटर कच्ची शराब बरामद किया गया। बल्दीराय पुलिस की सतर्कता एवं चौकसी से अवैध शराब  कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।

    दबिश देने वाली पुलिस टीम में-

 थानाध्यक्ष अखिलेश सिंह, वल्लीपुर चौकी इंचार्ज विकास,पारा चौकी इंचार्ज नूतन स्वरूप,उ0नि0 विकास गौतम,महेंद्र सरोज,सचिव मोर्य, हे0का0 कमलेश पटेल, का0 नीरज,हरि प्रसाद विक्रम,हेमराज,संदीप,मो आलम,दिनेश, सुभम,हसीन गाजी, रामनाथ सरोज,मनोज,पंकज,तेज तर्रार महिला का0 मधु पांडेय, अर्चना यादव उपस्थित रहे। 

                           #Theanndata

उत्तर प्रदेश: अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने जारी किया राज्यों के समस्त मंडलायुक्त,पुलिस आयुक्त,जिलाधिकारी,एसएसपी,पुलिस अधीक्षक को आदेश ।खाद,बीज एवं कीटनाशकों की आपूर्ति तथा बिक्री को ,लाँकडाउन,,से मुक्त करने के लिए दिया आदेश।कटाई में प्रयुक्त होनेवाले कंबाइन और संचालित करने वाले श्रमिकों के आवागमन को भी लाँकडाउन,,से छूट देने के लिए दिया आदेश ।  #Theanndata

                 कौन कौन आते हैं इस आदेश के अंतर्गत

कषि के महत्वपूर्ण कार्य जैसे उर्वरक , बीज एवं कृषि रक्षा रसायनों के बिक्री केन्द्र ( थोक / फुटकर ) पूर्व की भाँति खुलेगा तथा निर्माण एवं आपूर्ति ( सडक मार्ग / रेल ) संचालित रहेगा । रेलवे रैंक द्वारा उर्वरक आपूर्ति एवं लोडिंग तथा अनोडिंग में प्रयुक्त श्रमिक । रबी फसलों की कटाई में होने वाले कम्बाईन हरवेस्टर तथा कृषि क्षेत्र में प्रयुक्त श्रमिक । बीज विधायन संयत्रों के संचालन एवं कार्य में प्रयुक्त होने वाले श्रमिक ।  #Theanndata



नई दिल्ली- आईएएस अधिकारी अनुपम मिश्रा घर में किये गये आइसोलेट। परिवार के अन्य 6 सदस्य भी घर में किये गए आइसोलेट। मलेशिया और सिंगापुर से हनीमून मनाकर लौटे है अनुपम मिश्रा । जिला प्रशासन ने 13 अप्रैल तक घर में किया आइसोलेट । नगर के निराला नगर मोहल्ले के रहने वाले है आईएएस अनुपम मिश्रा ।
सिंगापुर और मलेशिया से हनीमून मनाकर करीब 10 दिन बाद लौटे केरल के  आईएएस अधिकारी अनुपम मिश्रा को क्वारंटाइन में रखा गया। लेकिन, उन्होंने नियमों का उलंघन किया। जब उनसे हालचाल जानने के लिए सरकारी अधिकारी ने संपर्क किया तो आईएएस की लोकेशन केरल के उनके सरकारी आवास की जगह उत्तर प्रदेश के कानपुर में मिली है।

इसके बाद जांच में पता चला कि वह अपने गृह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर आ गए हैं।अब उनसे राज्य सरकार ने स्पष्टीकरण मांगा है।बता दें कि इस मामले में केरल पुलिस ने कोल्लम के उप-कलेक्टर अनुपम मिश्रा के खिलाफ विदेश से लौटने के बाद अनिवार्य कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के नियमों को तोड़ने के जुर्म में मामला दर्ज किया है।

द-हिन्दू बिजनेस लाइन की मानें तो पुलिस ने कहा कि वे उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से संबंधित 2016 बैच के आईएएस अधिकारी अनुपम मिश्रा के बारे में जानकारी प्राप्त कर अपने अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।बता दें कि इधर 14 दिन के क्वारंटाइन में भेजे गए आईएएस के हालचाल जानने के लिए कुछ अधिकारियों ने उनके घर फोन किया तो पता चला कि वह घर पर नहीं थे। अधिकारियों ने फोन पर संपर्क किया तो अनुपम ने बताया कि वह अपने भाई के साथ बेंगलुरु आ गए थे क्योंकि वह एक डॉक्टर है और उनकी देखभाल वहां अच्छे से होगी। लेकिन अनुपम के मोबाइल पर संपर्क किया गया तो फोन संपर्क से बाहर होने का साउंड हिंदी में सुनाई दिया।
इसके बाद शक होने पर अनुपम का मोबाइल ट्रैस किया गया तो उनकी लोकेशन कानपुर व सुल्तानपुर में मिली। इस मामले में डीएम ने राज्य सरकार को रिपोर्ट बनाकर भेजी है। डीएम की रिपोर्ट पर अनुपम मिश्रा से स्पष्टीकरण मांगा गया है ।

     क्या है क्वारंटीन' (Quarantine)?

संक्रामक रोगों या नाशीजीवों (pest) के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से लोगों या सामान की आवाजाही और दूसरों से घुलने-मिलने पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाता है, जिसे संगरोध या क्वारंटीन (Quarantine) कहते हैं। संगरोध करने का उद्देश्य संक्रामक रोगों से ग्रसित अथवा संक्रामक रोगियों के सम्पर्क में आए लोगों के आवागमन को अत्यन्त सीमित करना होता है।
'क्वारंटीन' (Quarantine) यह लैटिन मूल का शब्द है। इसका मूल अर्थ चालीस है। पुराने समय में में जिन जहाजों में किसी यात्री के रोगी होने अथवा जहाज पर लदे माल में रोग प्रसारक कीटाणु होने का संदेह होता तो उस जहाज को बंदरगाह से दूर चालीस दिन ठहरना पड़ता था। ग्रेट ब्रिटेन में प्लेग को रोकने के प्रयास के रूप में इस व्यवस्था का आरम्भ हुआ। उसी व्यवस्था के अनुसार इस शब्द का प्रयोग पीछे ऐसे मनुष्यों, पशुओं और स्थानों को दूसरों से अलग रखने के सभी उपायों के लिये होने लगा जिनसे किसी प्रकार के रोग के संक्रमण की आशंका हो। क्वारंटीन का यह काल अब रोग विशेष के रोकने के लिये आवश्यक समय के अनुसार निर्धारित किया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय क्वारंटीन की जाँच बंदरगाहों, हवाई अड्डों और दो देशों के बीच सीमास्थ स्थानों पर होता है। विदेश से आनेवाले सभी जहाजों की क्वारंटीन संबंधी जाँच होती है। जाँच करनेवाले अधिकारी के सम्मुख जहाज का कप्तान अपने कर्मचारियों और यात्रियों का स्वास्थ्य विवरण प्रस्तुत करता है। जहाज के रोगमुक्त घोषित किए जाने पर ही उसे बंदरगाह में प्रदेश करने की अनुमति दी जाती है। यदि जहाज में किसी प्रकार का कोई संक्रामक रोगी अथवा रोग फैलानेवाली वस्तु मौजूद हो तो जहाज को बंदरगाह से दूर ही रोक दिया जाता है और उस पर क्वारंटीन काल के समाप्त होने तक पीला झंडा फहराता रहता है। रोग संबंधी गलत सूचना देने अथवा सत्य बात छिपाने के अपराध में कप्तान का कड़ा दंड मिल सकता है। क्वारंटीन व्यवस्था के अंतर्गत आनेवाले रोगों में हैजा, ज्वर, चेचक टायफायड, कुष्ट, प्लेग प्रमुख हैं।

       कोरोना से बचाएगा क्वारंटाइन!

अगर कोई कोरोना के संक्रमण की आशंका को देखते हुए घर पर ही खुद को सबसे अलग-थलग कर लेता है तो इसे होम क्वारंटाइन कहा जाता है. आपको बता दें, सरकार की तरफ से भी क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं जहां कोरोना के संदिग्ध संक्रमित लोगों को रखा जाता है. क्वारंटाइन की मियाद 14 दिनों की तय की गई है क्योंकि कोरोना वायरस के लक्षण खुलकर सामने आने में 14 दिन तक लग जाते हैं.

    

              #Theanndata

उत्तर प्रदेश: देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मोदी सरकार ने 21 दिनों तक पूरे भारत में लॉकडाउन का ऐलान किया है। यानी 25 मार्च से 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन रहेगा। इतनी लंबी बंदी की वजह से जहां तमाम कारोबारी गतिविधियां थम गई हैं, वहीं बुरी तरह प्रभावित भी हुई हैं। अब इस बंदी की मार देश के किसानों पर पड़ने वाली है, जिससे वे भारी संकट में आ सकते हैं। #Theanndata

देश में यह गेहूं की फसल काटने का पीक सीजन है, जो अब तक शुरू हो चुका होता है। लेकिन पीएम के लॉक डाउन आदेश के मुताबिक 14 अप्रैल तक कटाई रोके जाने से फसलों का भारी नुकसान हो सकता है, जिसकी मार किसानों पर पड़नी तय है। क्योंकि इस रबी सीजन खेतों में बंपर फसल आई है। इस बार करीब 10.5 करोड़ टन गेहूं की पैदावार का अनुमान है। लेकिन इन अनुमानों से किसान अभी ठीक से खुश भी नहीं हो पाया था कि कोरोना की वजह से लॉकडाउन की मार पड़ गई। #Theanndata

 "नहीं मिलेगा पीएम फसल बीमा योजना का लाभ"

फसलों को लेकर यह चिंता इसलिए भी गंभीर है क्योंकि खड़ी फसल को न काटने से होने वाली बर्बादी को लेकर पीएम फसल बीमा योजना में कोई नियम नहीं है। बीमा कवर में सभी नियम फसलों में कीड़ा लगने, प्राकृति आपदा जैसी स्थितियों को लेकर ही है। सरकार समेत सभी को पता है कि देश में यह समय गेहूं की फसल की कटाई का है। उसके बावजूद राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पीएम मोदी ने किसानों की समस्या के बारे में एक शब्द नहीं बोला।
 #Theanndata
किसानों को यह चिंता इसलिए भी डरा रही है क्योंकि लॉकडाउन की स्थिति 14 अप्रैल के बाद भी आगे जारी रहने की संभावना है। किसानों का कहना है कि ये रबी फसल की कटाई का पीक समय है। इसके बाद एक अप्रैल से मंडी जाकर बेचने का सीजन शुरू होता है। किसान पूछते हैं कि अगर बंदी जारी रही तो फसल कब कटेगी और बिकने के लिए मंडी कब पहुंचेगी। #Theanndata

सरसो का रकबा कम होने से कटाई लगभग हो गई


सरसों का रकबा कम होने के कारण किसानों ने जैसे-तैसे स्थानीय मजदूरों की मदद से सरसों की कटाई तो कर ली, लेकिन गेहूं की कटाई दूसरे प्रदेशों के मजदूरों की मदद के बगैर संभव नहीं। यही वजह है कि प्रदेश में जो थोड़े-बहुत मजदूर हैं भी तो उनकी बुकिंग पहले ही शुरू हो हो गई है। इन मजदूरों के पास किसान दिन-रात चक्कर लगा रहे, ताकि फसल कटाई के समय कुछ राहत मिले। #Theanndata

कंबाइन से फसल कटाई पर फाने जलाने का खतरा

मजदूरों के नहीं मिलने से किसानों के पास दूसरा विकल्प कंबाइन से गेहूं की कटाई का है। इसमें भी मुश्किल यह कि प्रदेश में किसानों के पास कंबाइन मशीनें नाममात्र हैं। हर बार फसल सीजन में दूसरे राज्यों से कंबाइन मशीनें यहां पहुंचती हैं, राज्य की सीमाएं सील होने से उत्तर प्रदेश में उनकी एंट्री मुश्किल होगी। इसके अलावा कंबाइन से फसल कटवाने पर फाने (गेहूं की फसल के अवशेष) खेतों में रह जाएंगे। किसानों द्वारा इसे जलाने की स्थिति में प्रदूषण का खतरा रहेगा।और प्रशासनिक कार्यवाही। #Theanndata
                #Theanndata


सुल्तानपुर:लॉक डाउन कोरोना वायरस से बचाव को लेकर PM मोदी के आदेश के बाद पूरा हिन्दुस्तान लॉकडाउन हो चुका है जिसके बाद लोग सुबह-शाम जरूरी सामान और सब्जियां खरीद रहे हैं...
सरकार के आश्वासन के बाद भी लोगों में जरूरी सामान इकट्ठा करने की होड़ देखी जा रही है...जिससे सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी दर्ज हुई है...
#PNIN
कोरोना वायरस को लेकर पूरा देश लॉक डाउन हो चुका है जिसके बाद देश भर में फलों और सब्जियों की सप्लाई प्रभावित होने से सब्जियों और फलों के दामों में बढ़ोतरी हुई है....UP के सुल्तानपुर जिले में राशन की दुकानों पर किसी चीज के दाम में कोई में वृद्धि नहीं हुई है...लेकिन सब्जियों के दामों में काफी उछाल देखा जा रहा है...लॉक डाउन के बाद से जिले की लोकल बाजारों में सुबह शाम भीड़ भी देखी जा रही है... लोग जरुरत से ज्यादा सब्जियां और फल खरीदते देखे जा रहे हैं...
#PNIN
सब्जियों की ज्यादा खरीददारी को लेकर कई सब्जियां दुगनी से भी ज्यादा कीमत पर बेची जा रही हैं, आलम यह है कि जिले में 3-4 दिन पहले तक 120 रुपये में 5 किलो बिकने वाला आलू आज 150 रुपये प्रति 5 किलो में बेचा जा रहा है...वहीं लोकल बाजारों में वही आलू 200 रुपये में 5 किलो तक में बेचा जा रहा है...सब्जी मंडी के एक थोक बिक्रेता नें  बताया कि 14 अप्रैल तक लॉक डाउन की सूचना से लोग घबराये हुए हैं...लोग जरूरत से ज्यादा सामान खरीद रहे हैं, जिसके कारण सब्जियों के दाम बढ़ गये हैं...
#PNIN
आपको बता दें इसी बीच चैत्र नवरात्रि  के मद्देनजर व्रती लोग फलों की खरीदारी करते भी देखे गए...फल दुकानदार ने बताया कि मांग ज्यादा नहीं होने के कारण फलों की कीमतों में ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं हुई है... 100 रुपये किलो बिकनेवाला काला अंगूर अभी 120 रुपए में बिक रहा है इसी तरह 40 रुपये में बिकने वाला संतरा 60 रुपये, केला 50 रुपये दर्जन और तरबूज 30 रुपये प्रति किलो बिक रहा है...
#PNIN
वहीं पड़ोसी जिले अयोध्या में कुछ हद तक स्थिति कंट्रोल में नज़र आ रही है...ऐसे में आने वाले दिनों में जिले में सब्जी के दाम और बढऩे की आशंका व्यक्त की जा रही है...
#PNIN
प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर सही व्यवस्था बनाना होगा ताकि फल और सब्जियां निश्चित दाम पर बिकें जिससे आमजन को असुविधा न हो साथ ही इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि सब्जी मार्केट में अचानक से बहुत सारी भीड़ जमा न हो, ज्यादा भीड़ जुटना आगे के लिए खतरे का संकेत हो सकता है...फिलहाल दूसरी तरफ जिले में प्रशासन और पुलिस की टीम पूरी मुश्तैदी के साथ काम करती नजर आई...
#PNIN

MARCH 26, 2020


नई दिल्ली. कोरोना संक्रमण (Coronavirus outbreak) के संकट का गरीबों और किसानों (Farmers) पर ज्यादा असर न पड़े इसके लिए सरकार ने बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है. 14.5 करोड़ किसानों के लिए भी बड़ा फैसला लिया गया है. इसके तहत प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Scheme) के तहत रजिस्टर्ड किसानों को अप्रैल के पहले सप्ताह में 2000 हजार रुपये उनके बैंक अकाउंट में भेजे जाएंगे. यह स्कीम की दूसरी किश्त होगी. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मल सीतारमण और राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बात की जानकारी दी. जानकारी के मुताबिक योजना के तहत करीब 9 करोड़ किसान रजिस्टर्ड हो चुके हैं. ऐसे में कृषि क्षेत्र के इतने परिवारों को सीधे 18 हजार करोड़ रुपये की मदद मिल सकती है.

नहीं मिल रही रकम,तो हो ना निराश उठाये ये कदम


अगर आपको अप्रैल के पहले हप्ते में पैसा नहीं मिले तो पहले अपने लेखपाल, कानूनगो और जिला कृषि अधिकारी से संपर्क करें. वहां से बात न बने तो केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से जारी हेल्पलाइन (PM-Kisan Helpline 155261 या 1800115526 (Toll Free) पर संपर्क करें. वहां से भी बात न बने तो मंत्रालय के दूसरे नंबर (011-23381092) पर बात करें. स्कीम का दूसरा चरण भी शुरू हो चुका है जिसके तहत 2000 रुपये की पहली किश्त करीब 3.5 करोड़ लोगों को मिल चुकी है.


सरकार ने देश के सभी 14.5 करोड़ किसानों को इस स्कीम का फायदा देने का लक्ष्य रखा था. सरकार ने यह भी कह दिया है कि हर घर के जिस बालिग व्यक्ति का नाम रेवेन्यू रिकॉर्ड में दर्ज है वो इसका अलग से फायदा लेकर अपनी खेती-किसानी को आगे बढ़ाए.

उसे अलग से 6000 रुपये सालाना मिलेंगे. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि एक ही खेती योग्य जमीन के भूलेख पत्र में अगर एक से ज्यादा व्यस्क सदस्य के नाम दर्ज हैं तो योजना के तहत हर व्यस्क सदस्य अलग से लाभ के लिए पात्र होगा.

  
      किन किसानों को नहीं मिलेगा लाभ


 (1)  कृषि मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक ऐसे किसान जो भूतपूर्व या वर्तमान में संवैधानिक पद धारक हैं, वर्तमान या पूर्व मंत्री हैं, मेयर या जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, विधायक, एमएलसी, लोकसभा और राज्यसभा सांसद हैं तो वे इस स्कीम से बाहर माने जाएंगे. भले ही वो किसानी भी करते हों.


 (2)  केंद्र या राज्य सरकार में अधिकारी एवं 10 हजार से अधिक पेंशन पाने वाले किसानों को लाभ नहीं.


(3)  पेशेवर, डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, वकील, आर्किटेक्ट, जो कहीं खेती भी करता हो उसे लाभ नहीं मिलेगा.


 (4)  पिछले वित्तीय वर्ष में इनकम टैक्स का भुगतान करने वाले किसान इस लाभ से वंचित होंगे. 


(5)  केंद्र और राज्य सरकार के मल्टी टास्किंग स्टाफ/चतुर्थ श्रेणी/समूह डी कर्मचारियों लाभ मिलेगा.




उत्तर प्रदेश लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों और वाहनों को कहीं नहीं रोका जाएगा। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने बुधवार को बताया कि आपातकालीन व जरूरी सेवाओं और सामग्री को लेकर आ रही समस्याओं के चलते यह छूट दी गई है।हालांकि, शर्त यह है कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े व्यक्तियों के पास आईकार्ड होना चाहिए। अगर इसे दिखाने के बाद भी किसी व्यक्ति को समस्या आ रही है तो वह डायल 112, 05222622627 अथवा 9810346713 नंबर पर संपर्क कर शिकायत दर्ज करा सकता है।

पुलिस आयुक्त ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान शहरवासियों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी। कोई भी आपातकालीन सेवा बाधित नहीं होगी। रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल के टैंकर, खाद्य सामग्री लाने व ले- जाने के लिए रोक नहीं है।

सब्जी, फल, अनाज आदि सामग्री की आपूर्ति को 6500 छोटे-बड़े वाहनों के लिए पास जारी किए गए हैं। वहीं, सरकारी व निजी अस्पताल के चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, एंबुलेंस व अन्य वाहन पास दिखाकर शहर में आवागमन कर सकेंगे।



Chaitra Navratri 2020: चैत्र नवरात्र 2020: 

ब्रह्मचारिणी देवि की पूजा नवरात्रि के दूसरे दिन की जाती है। देवी ब्रह्मचारिणी का स्वरूप ज्योर्तिमय है। ये मां दुर्गा की नौ शक्तियों में से दूसरी शक्ति हैं। तपश्चारिणी, अपर्णा और उमा इनके अन्य नाम हैं। इनकी पूजा करने से सभी काम पूरे होते हैं, रुकावटें दूर हो जाती हैं और विजय की प्राप्ति होती है। इसके अलावा हर तरह की परेशानियां भी खत्म होती हैं। देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, संयम की वृद्धि होती है।


             माता का स्वरूप और चर्चित अन्य नाम


देवी ने शिवजी को पति रूप में प्राप्त करने के लिए हजारों सालों तक बेल-पत्र और फिर निर्जल और निराहार रहकर तपस्या की। जिसके कारण उन्हें ब्रह्मचारिणी कहा गया। इनके दाहिने हाथ मे जप की माला होती है और बांए हाथ मे कमंडल रहता है। देवी ब्रह्मचारिणी साक्षात ब्रह्म का स्वरूप है अर्थात तपस्या का मूर्तिमान रूप है। ये देवी भगवती दुर्गा, शिवस्वरूपा, गणेशजननी, नारायनी, विष्णुमाया और पूर्ण ब्रह्मस्वरूपिणी के नाम से प्रसिद्ध है।

           ब्रह्मचारिणी देवी की पूजा विधि

देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करते समय सबसे पहले हाथों में एक फूल लेकर उनका ध्यान करें और प्रार्थना करें।
इसके बाद देवी को पंचामृत स्नान कराएं, फिर अलग-अलग तरह के फूल,अक्षत, कुमकुम, सिन्दुर, अर्पित करें।
देवी को सफेद और सुगंधित फूल चढ़ाएं। इसके अलावा कमल का फूल भी देवी मां को चढ़ाएं और इन मंत्रों से प्रार्थना करें।

1. या देवी सर्वभू‍तेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

2. दधाना कर पद्माभ्याम अक्षमाला कमण्डलू।
देवी प्रसीदतु मई ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।।

इसके बाद देवी मां को प्रसाद चढ़ाएं और आचमन करवाएं। प्रसाद के बाद पान सुपारी भेंट करें और प्रदक्षिणा करें यानी 3 बार अपनी ही जगह खड़े होकर घूमें। प्रदक्षिणा के बाद घी व कपूर मिलाकर देवी की आरती करें। इन सबके बाद क्षमा प्रार्थना करें और प्रसाद बांट दें।




कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसंदीय क्षेत्र वाराणसी की जनता से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुखातिब हुए आइये जानते हैं, सम्बोधन की खास बातें। 

 

कोरोना से लड़ने में बच्चे निभा रहे अहम भूमिका

मैंने नोटिस किया है कि कोरोना से लड़ने में हमारी बाल सेना अहम भूमिका निभा रही है।
वे अपने अभिभावकों को समझा रहे हैं कि क्या करना है क्या नहीं। कैसे हाथ धोने हैं और कैसे गलत चीजों को छोड़ना है।
बहुत से परिवार और अभिभावक अपने बच्चों के वीडियो सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं। मैंने भी कुछ देखे हैं।
मैं एक या दो दिन में ये वीडियो आपके साथ साझा करूंगा।

कोरोना के इलाज में नीम हकीम न बनें 

आप से निवेदन है कि खुद ही कोरोना का इलाज करने में न जुटें। घर पर रहें और डॉक्टर की सलाह के बाद ही कोई दवा ले।
अगर कुछ समस्या है, तो उन्हें फोन करें, बात करें और अपनी बीमारी बताएं।
हमें यह ध्यान रखना होगा कि कोरोना की वैक्सीन अभी तक दुनिया में नहीं बनी है।
भारत और दुनियाभर के वैज्ञानिक इस वैक्सीन ढूंढने में लगे हुए हैं।
अगर कोई आपको इसके इलाज की दवा बताता है, तो पहले डॉक्टर से बात करें।

सफेद कपड़ों में भगवान रूपी हैं स्वास्थ्यकर्मी 

सफेद कपड़े पहने अस्पतालों में स्वास्थ्यकर्मी भगवान की तरह हैं, वे हमें बीमारी से बचा रहे हैं।
वे अपना जीवन जोखिम में डालकर हमें बचा रहे हैं। इन दिनों स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल में 18-18 घंटे काम कर रहे हैं।
बहुत से लोगों को दो से तीन घंटे ही सोने को मिल रहा है। अन्य सेवाओं से जुड़े लोग भी मेहनत कर रहे हैं।
हमें इस मुश्किल घड़ी में समाज की सेवा करने वाले लोगों को सलाम करना चाहिए।

कोरोना का जवाब करुणा से 

कोरोना वायरस न हमारी संस्कृति को मिटा सकता है और न ही हमारे संस्कार मिटा सकता है और इसलिए संकट के समय हमारी संवेदनाएं और जागृत हो जाती हैं।
कोरोना को जवाब देने का एक तरीका करुणा भी है। यानि कोरोना को करुणा से
हमें सिर्फ अपने आसपास के लोगों का ही नहीं बल्कि पशु पक्षियों के खाने का भी ख्याल रखना है।
नवरात्रि में नौ परिवारों की जिम्मेदारी लें
जिसके पास भी क्षमता हो, वो अगले 21 दिन तक नौ परिवारों की देखभाल की जिम्मेदारी संभालें।
नवरात्रि मनाने का यही सबसे सही तरीका होगा। लॉकडाउन के दौरान पशु भी परेशानी में हैं।

आभार प्रकट करना हमारे संस्कार में : मोदी 

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में एक परंपरा शुरू हुई है कि हवाई अड्डे पर जब लोग सेना के जवानों को देखते हैं तो उनके सम्मान में खड़े हो जाते हैं।
कुछ लोग तालियां भी बजाते हैं। ये आभार प्रकट करने का तरीका हमारे संस्कारों में बढ़ना चाहिए। जो लोग आपात सेवाओं में जुटे हैं, हमें उनका आभार प्रकट करना चाहिए।
डॉक्टरों व अन्य आपात सेवाओं में जुटे लोगों का सम्मान करें
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ स्थानों से ऐसी घटनाएं आई हैं, जिसे दिल को चोट पहुंची है।
मेरी सभी नागरिकों से अपील है कि अगर कहीं डॉक्टर, नर्स या मेडिकल स्टाफ या अन्य आपात सेवाओं के साथ कोई बुरा व्यवहार हो रहा हो तो उन्हें समझाएं।
मैंने गृह मंत्रालय और सभी राज्यों के डीजीपी से उन लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने को कहा है जो डॉक्टर, नर्स और अन्य जरूरी सेवाओं में जुड़े लोगों का समर्थन नहीं कर रहे हैं।

सरकार ने बनाया हेल्पडेस्क, जारी किया व्हाट्सएप नंबर
कृष्णकांत नामक व्यक्ति के सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार ने हेल्पडेस्क बनाया है।
व्हाट्सएप के जरिए कोरोना वायरस पर सही जानकारी देने की व्यवस्था की गई है।
आप चाहें तो 9013151515 नंबर का इस्तेमाल कर अपनी सभी शंकाओं का समाधान पा सकते हैं।


यह बीमारी लोगों के बीच फर्क नहीं करती

पीएम मोदी ने कहा कि यह बीमारी लोगों के बीच फर्क नहीं करती, समृद्ध और गरीब दोनों को अपनी चपेट में ले सकती है।
उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि आप सभी के बहुत सारे सवाल होंगे, कुछ चिंताएं भी होंगी और सुझाव भी होंगे, तो आइए, संवाद शुरू करते हैं।
अगर आप व्हाटसएन नंबर पर अंग्रेजी या हिंदी में नमस्ते लिखेंगे, तो आपको तुरंत जवाब मिलेगा।
सांसद होने के नाते मुझे काशी में होना चाहिए था : मोदी
इस मुश्किल समय में काशी का सांसद होने के नाते मुझे आपके बीच होना चाहिए था।
मगर आप दिल्ली की गतिविधियों से भली भांति वाकिफ हैं। यहां व्यस्त होने के बीच भी मैं वाराणसी की स्थिति पूरी नजर रखे हुए हूं।
मां शैलपुत्री से सब ठीक करने की कामना
नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। उन्हें प्रकृति की देवी भी कहा जाता है। आज देश जिस संकट के दौर से गुजर रहा है, उसमें हम सभी को मां शैल पुत्री के आशीर्वाद की बहुत आवश्यकता है।
मेरी मां शैलपुत्री से प्रार्थना है, कामना है, कोरोना महामारी के खिलाफ जो युद्ध देश ने छेड़ा है। उसमें 130 करोड़ देशवासियों को विजय प्राप्त हो।
महाभारत का युद्ध जीतने में 18 दिन लगे थे। हमें कोरोना से लड़ने के लिए 21 दिन चाहिए।






अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, आज मार्च माह का चौथा सप्ताह प्रारंभ हो रहा है, वहीं, हिन्दू कैलेंडर का आज चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। अमावस्या के बाद शुक्ल पक्ष का प्रारंभ होगा। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी पहली ति​थि से हिन्दू नववर्ष 2077 का प्रारंभ हो जाएगा। इस दिन से ही कलश स्थापना के साथ चैत्र नवरात्रि का भी शुभारंभ हो जाएगा।


इस बार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी 25 मार्च से विक्रम नवसंत्सवर 2077 का प्रारंभ होगा। इस प्रकार से देखें तो चैत्र नवरात्रि और हिन्दू नववर्ष का प्रारंभ एक ही दिन हो रहा है।

इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 25 मार्च से प्रारंभ होकर 02 अप्रैल तक रहेगी। 02 अप्रैल को नवमी ति​थि होगी। 03 अप्रैल को दशमी के साथ नवरात्रि का पारण होगा। आइए जानते हैं कि इस वर्ष नवरात्रि के लिए घट स्थापना या कलश स्थापना किस दिन होगा और किस दिन किस देवी की पूजा की जाएगी।


            कलश स्थापना मुहूर्त

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 24 मार्च दिन मंगलवार को दोपहर 02 बजकर 57 मिनट पर हो रहा है, जो 25 मार्च दिन बुधवार को शाम 05 बजकर 26 मिनट  तक रहेगी। बुधवार सुबह कलश स्थापना के लिए 58 मिनट का शुभ समय प्राप्त हो रहा है। आप सुबह 06 बजकर 19 मिनट से सुबह 07 बजकर 17 मिनट के मध्य कलश स्थापना कर सकते हैं।

ये हैं मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना की तिथि और नौ देवियों के बीज मंत्र

25 मार्च, प्रतिपदा- बैठकी या नवरात्रि का पहला दिन- घट/ कलश स्थापना- शैलपुत्री मंत्र( ह्रीं शिवायै नम:)

26 मार्च, द्वितीया- नवरात्रि 2 दिन तृतीय- ब्रह्मचारिणी:  :उपासना मंत्र( ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:)

27 मार्च, तृतीया- नवरात्रि का तीसरा दिन-
चन्द्रघण्टा: उपासना मंत्र( ऐं श्रीं शक्तयै नम:)

28 मार्च, चतुर्थी- नवरात्रि का चौथा दिन-
कूष्मांडा: उपासना मंत्र (ऐं ह्री देव्यै नम:)

29 मार्च, पंचमी- नवरात्रि का 5वां दिन- सरस्वती पूजा या स्कंदमाता: उपासना मंत्र (ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम:)

30 मार्च, षष्ठी- नवरात्रि का छठा दिन-
कात्यायनी: उपासना मंत्र (क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:।)

31 मार्च, सप्तमी- नवरात्रि का सातवां दिन- कालरात्रि,
कालरात्रि: उपासना मंत्र (क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम:।)

1 अप्रैल, अष्टमी- नवरात्रि का आठवां दिन-महागौरी, दुर्गा अष्टमी ,नवमी पूजन महागौरी:उपासना मंत्र (श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम:।)
2 अप्रैल, नवमी- नवरात्रि का नौवां दिन- नवमी हवन, नवरात्रि पारण  सिद्धिदात्री:उपासना मंत्र (ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:।)





सुल्तानपुर:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को सफल बनाने के लिए लोगों से रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ का हिस्सा बनने का अनुरोध किया। पीएम मोदी ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए सामाजिक दूरी बनाने के तहत रविवार को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक ‘जनता कर्फ्यू’ का प्रस्ताव रखा था

पीएम मोदी की अपील को पूरे देश से समर्थन मिल रहा है। देश की सड़कें खाली हैं, चौराहे सुनसान हैं। हम आपको तस्वीरों के जरिए दे रहे हैं सुल्तानपुर में जनता कर्फ्यू का असर पूरी तरह दिख रहा है, प्रशासन पूरी मुस्तैदी से तैनात है।जनता पूरी तरह सहयोग कर रही हैं।आइये जिले के प्रमुख स्थानों की फोटो देखते हैं.....



























सुल्तानपुर धम्मौर में स्थित मनियरपुर ग्राम सभा में स्वयंसेवक के पिता के तेरहवीं संस्कार में सम्मानीय संघ जिला प्रचारक प्रवेश ने अनूठी मिसाल पेश किया।उन्होंने स्वयंसेवक विश्वनाथ को पिता की स्मृति में फलदार वृक्ष का रोपण करने का सुझाव दिया जिसके अंतर्गत मनियार पुर ग्राम सभा मे वृक्षारोपण के साथ साथ वैदिक विधान से वातावरण सुद्धि के लिये हवन भी किया गया।आपको बताते चले कि इस तरह की मुहिम जिला स्तर पर पहली बार की गई है जिसकी चर्चा पूरे छेत्र में है।
जिला प्रचारक ने बताया कि अपने पिता की स्मृति में स्वयंसेवक द्वारा किये गए वृक्षारोपण से स्मृति शेष में पिता जी सदैव जीवंत रहेंगे और साथ ही वृक्षारोपण से वृक्ष की संख्या में वृद्धि होगी और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।मानव और प्रकृति के बीच की दूरियां कम होंगी जिससे ग्लोबल वार्मिंग जैसी गम्भीर समस्याये कम होंगी । जलवायु परिवर्तन जो कि बेहद खतरनाक है, को वृक्षारोपण से ही  सुधारा जा सकता है।
कोरोना वायरस के सम्बंध में संघ जिला प्रचारक ने कहा कि बचाव ही इलाज है, इसलिए सभी को 22 मार्च के जनता कर्फ़्यू का पालन करना चाहिए।

इस अवसर पर सम्मानीय प्रचारक प्रवेश,सर्वेश मिश्र डॉ ए के सिंह,कृपा शंकर द्विवेदी, डॉ आर पी सिंह,ग्राम प्रधान अरविंद सिंह,समेत दर्जनों लोगों  ने वृक्षारोपण किया।



     
              कोरोना वायरस के प्रमुख लक्षण


कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का तरीका


कोरोना वायरस:बचाव के लिए क्या करे क्या ना करे


 कोरोना वायरस से लड़ने की प्रमुख जरूरी बातें


शुभम तिवारी (मीडिया प्रभारी)


उत्तर प्रदेश: कोरोना वायरस के संकट के बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बहुत सतर्क और सजग है. प्रदेश में मरीजों के लिये योगी सरकार ने 6 अस्पताल ऐसे बनाए हैं जो केवल कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के लिये होंगे.
कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है. इसके मरीजों की संख्या 200 को पर कर गयी है. लखनऊ में कोरोना के चार नये मरीज मिलने से लोगों में हड़कंप मच गया है. योगी सरकार ने कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये लखनऊ में 6 अस्पतालों में विशेष प्रबंध किये हैं. आपको बता दें कि देश के प्रधानमंत्री मोदी ने सभी से अपील की है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए 22 मार्च को अपनी तरफ से जनता कर्फ्यू का पालन करें. इससे देश को कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ने में मदद मिलेगी. आपको बता दें कि भारत में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और ये 22 पार कर चुकी है.

6 विशेष अस्पतालों की व्यवस्था

योगी सरकार ने लोक बंधु अस्पताल, किंग जॉर्ज अस्पताल, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल, संजय गांधी मेडिकल इंस्टीट्यूट, सिविल अस्पताल और बलरामपुर अस्पताल में कोरोना के मरीजों के इलाज की विशेष व्यवस्था कराई है. इनमें आइसोलेशन से लेकर समुचित इलाज की व्यवस्था की गयी है. बता दें कि लखनऊ में आज कोरोना के चार नये मरीज मिले हैं.



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