उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके में दंगाइयों द्वारा घर जलाए जाने के बाद बीएसएफ अपने जवान मो. अनीस के घर का पुनर्निर्माण कर उन्हें शादी के तोहफे के रूप में सौंपेगी। हिंसा के दौरान दंगाइयों ने मोहम्मद अनीस के घर को भी आग के हवाले कर दिया था। घर में फंसे उसके परिजनों को वहां तैनात बीएसएफ कर्मियों ने किसी तरह निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
अप्रैल में अनीस की शादी होने वाली थी, लेकिन इससे पहले ही यह घटना हो गई। शनिवार को बीएसएफ के डीआइजी समेत आला आधिकारियों ने पीड़ित के घर पहुंच आर्थिक मदद का आश्वासन दिया।
बीएसएफ के डीआइजी पुष्पेंद्र राठौर ने कहा कि पीड़ित परिवार की मदद के लिए जवान कल्याण निधि से 10 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद की जाएगी। इसके साथ ही बीएसएफ की इंजीनियरिंग विंग 15 दिन में अनीस का घर बनाकर देगी। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के महानिदेशक वीके जौहरी के निर्देश पर जवान के पीड़ित परिवार को मदद पहुंचाई जा रही है।
उम्मीद है कि अनीस की अप्रैल माह में होने वाली शादी से पहले ही हम उसे घर बनाकर सौंप देंगे। इसके लिए अभियांत्रिकी टीम काम कर रही है। राठौर ने कहा कि अनीस का तबादला दिल्ली करवाएंगे ताकि वह शादी की तैयारियों में घर वालों का हाथ बंटा सके।
अनीस के चाचा मो. अहमद ने बताया कि अनीस वर्ष 2013 में सीमा सुरक्षा बल में सिपाही के रूप में भर्ती हुआ था और इस समय पश्चिम बंगाल के राधाबड़ी में तैनात हैं। घटना के वक्त घर में अनीस के पिता, दो भतीजे व वह खुद मौजूद थे। उन्होंने बताया कि दंगाइयों की भीड़ ने उनके घर पर पथराव शुरू कर दिया था। इसके साथ ही कुछ लोगों ने घर के सामने गोलियां भी चलाई।
यह देख पूरा परिवार सहम गया और तीसरी मंजिल पर चला गया। अहमद ने बताया कि इस बीच कुछ दंगाइयों ने पेट्रोल डाल घर में आग लगा दी और घर के अंदर गैस सिलिंडर फेंक दिया था। ऐसे में हम लोग जान की गुहार लगा रहे थे, लेकिन कहीं से मदद के हाथ हमारी ओर नहीं बढ़ रहे थे। घर को दंगाइयों ने पूरी तरह से आग के हवाले कर दिया था। इसी बीच बीएसएफ के कुछ जवान हमारे लिए देवदूत बनकर आए और हमें यहां से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया
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