सुल्तानपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यालय में हाल ही में दीवाली की पूर्व संध्या पर पंच परिवर्तन पर आधारित एक आकर्षक रांगोली बनाई गई है, जो इस समय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। सहायक अध्यापक हरीश द्वारा बनाई गई यह रांगोली अपने सुंदर रंगों और डिज़ाइन के कारण सभी को आकर्षित कर रही है।
इस रंगोली में पंच परिवर्तन के पाँचों सिद्धांतों को रंग-बिरंगे फूलों और प्रतीकों के माध्यम से दर्शाया गया है, जिसमें स्व का बोध, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण, सामाजिक समरसता, और कुटुम्ब प्रबोधन शामिल हैं। हरीश की कलाकारी ने इस रांगोली को और भी आकर्षक बना दिया है, जिससे यह स्थानीय निवासियों के बीच चर्चा का विषय बन गई है।
इसके अलावा, दूसरी रांगोली में लोकमाता अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर भी एक विशेष स्थान दिया गया है। अहिल्या बाई ने अपने शासनकाल में कई मंदिरों का जीर्णोद्धार किया और समाज में महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनीं। उनकी महिमा को दर्शाने के लिए इस रांगोली में उनके चित्र और प्रतीक शामिल किए गए हैं, जो उनकी योगदान को सम्मानित करते हैं।
स्थानीय लोगों ने इस रांगोली की भरपूर सराहना की है और इसे देखकर रुककर इसकी प्रशंसा कर रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "यह रांगोली न केवल सुंदर है, बल्कि यह हमारे समाज में संघ के विचारों और लोकमाता अहिल्या बाई के योगदान के प्रति जागरूकता भी फैला रही है।"
हरीश ने अपनी इस रांगोली के माध्यम से संघ के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने का एक सुंदर प्रयास किया है। दीवाली के अवसर पर संघ कार्यालय में इस विशेष रांगोली ने सभी को आकर्षित किया है और सकारात्मकता का संदेश फैलाने में सफल रही है। यह रांगोली न केवल पर्व की खुशियों को बढ़ाती है, बल्कि समाज में एकता और सद्भावना का भी प्रतीक है।
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