वाराणसी : लालपुर-पांडेपुर क्षेत्र में एक युवती के साथ हुए जघन्य अपराध ने पूरे शहर को दहला दिया है। लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि राज्य में कानून-व्यवस्था से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया और महज कुछ घंटों के भीतर मुख्य आरोपी दानिश समेत छह आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा न जाए।
मुख्य आरोपी दानिश समेत छह आरोपी हिरासत में
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस शर्मनाक घटना में शामिल मुख्य आरोपी दानिश और उसके साथी युवती को बहला-फुसलाकर अपने जाल में फंसाए थे। शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि यह एक सुनियोजित साजिश थी, जिसे अंजाम देने वालों को किसी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी।
बेटियों की सुरक्षा सर्वोपरि: सरकार की सख्त नीति
योगी सरकार की ओर से महिला सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे अभियानों जैसे मिशन शक्ति, 1090 महिला हेल्पलाइन, महिला थानों की स्थापना और सड़क पर सक्रिय एन्टी रोमियो स्क्वॉड जैसे प्रयास पहले ही राज्य में महिला अपराधों पर अंकुश लगाने में सफल रहे हैं। इस मामले में भी सरकार की तत्परता और सख्त कार्रवाई ने यह दिखा दिया कि बेटियों के साथ अन्याय करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
कानून सबके लिए बराबर: कोई जाति या मजहब नहीं देखती सरकार
प्रदेश सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराधियों की जाति, मजहब या सामाजिक पृष्ठभूमि उनके लिए ढाल नहीं बन सकती। दानिश जैसे अपराधियों को जल्द से जल्द सख्त से सख्त सजा दिलाने का संकल्प प्रदेश प्रशासन ने दोहराया है।
सख्ती का असर: समाज में बढ़ा भरोसा
इस त्वरित कार्रवाई से आमजन में न्याय प्रणाली के प्रति विश्वास मजबूत हुआ है। नागरिकों ने पुलिस की तत्परता और सरकार की सख्त नीति की सराहना की है, जिससे साफ है कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है।
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