प्रयागराज: चम्पतराय केंद्रीय उपाध्यक्ष , अम्बरीष छेत्र संगठनमंत्री , मुकेश प्रान्त संगठन मंत्री की उपस्थिति में प्रान्त मंत्री आनन्द द्वारा बजरंग दल/ विहिप संगठन का विस्तार और विभिन्न पदों के पदाधिकारियों की घोषणा की गई, जिसके अंतर्गत आनंद प्रकाश शुक्ला प्रान्त सह संयोजक बजरंगदल काशी प्रान्त , प्रान्त सुरक्षा प्रमुख के साथ दो जिम्मेदारी है दी गई। सुल्तानपुर से सुशील सिंह विभाग संयोजक सुल्तानपुर , नागेंद्र सिंह विभाग अध्यक्ष , वंशराज सिंह प्रान्त कार्य समिति सदस्य बनाये गए ।
बजरंग दल (काशी प्रान्त) उत्तर प्रदेश के नेता आनन्द प्रकाश शुक्ला ने कहा कि बजरंग दल, संघ परिवार और विश्व हिंदू परिषद की कड़ी का युवा चेहरा है। इसकी शुरुआत आठ अक्तूबर 1984 में सबसे पहले भारत के उत्तर प्रदेश प्रांत से हुई। इसके बाद में पूरे भारत में विस्तार हुआ। हिंदुत्व इस परिवार का मुख्य दर्शन है। । बजरंग दल का सूत्र वाक्य सेवा, सुरक्षा और संस्कृति है। आनंद प्रकाश शुक्ला ने कहा की अक्टूबर 1984 में विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में नियमित रूप से रथयात्रा निकालनी शुरू की। समाज के कुछ तबकों ने इसे हिन्दू समर्थक आंदोलन के रूप में प्रचारित किया। रथ यात्रा का अराजक तत्वों से रक्षा के लिए एक दल की स्थापना हुई जिसे बजरंग दल के नाम से जाना गया। आनंद प्रकाश शुक्ला ने कहा की बजरंग दल हिंदू धर्म की की रक्षा के लिए काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में हमारे पास 72,000 प्रखंड हैं। संगठित भारत के निर्माण और हिंदुओं की रक्षा के लिए निरंतर काम चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर में सेना पर पत्थर फैंकना युद्ध जैसा है। हिन्दू धर्म का आचरण मंदिर में जाना, गोसेवा और उसे रोटी खिलाने के साथ गंगा रक्षा है। उन्होंने कहा की भूखे और दलित को भोजन कराना भी हिंदू सेवा का मुख्य कर्तव्य है।
बताते चले आनंद प्रकाश शुक्ला ने 1997 में बजरंगदल का पहला प्रशिक्षण, वर्ग में प्रशिक्षण लिया । तबसे आज तक प्रखण्ड संयोजक , जिला सह संयोजक , जिला संयोजक , विभाग सह संयोजक , विभाग संयोजक , प्रान्त गौरछा प्रमुख , जैसे दायित्वों का निर्वाहन कर चुके हैं।संगठन शीर्ष नेतृत्व ने इनके कार्यकुशलता को देखते हुए यह निर्णय लिया ।फाइल फोटो आनंद प्रकाश शुक्ला
बजरंग दल (काशी प्रान्त) उत्तर प्रदेश के नेता आनन्द प्रकाश शुक्ला ने कहा कि बजरंग दल, संघ परिवार और विश्व हिंदू परिषद की कड़ी का युवा चेहरा है। इसकी शुरुआत आठ अक्तूबर 1984 में सबसे पहले भारत के उत्तर प्रदेश प्रांत से हुई। इसके बाद में पूरे भारत में विस्तार हुआ। हिंदुत्व इस परिवार का मुख्य दर्शन है। । बजरंग दल का सूत्र वाक्य सेवा, सुरक्षा और संस्कृति है। आनंद प्रकाश शुक्ला ने कहा की अक्टूबर 1984 में विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में नियमित रूप से रथयात्रा निकालनी शुरू की। समाज के कुछ तबकों ने इसे हिन्दू समर्थक आंदोलन के रूप में प्रचारित किया। रथ यात्रा का अराजक तत्वों से रक्षा के लिए एक दल की स्थापना हुई जिसे बजरंग दल के नाम से जाना गया। आनंद प्रकाश शुक्ला ने कहा की बजरंग दल हिंदू धर्म की की रक्षा के लिए काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में हमारे पास 72,000 प्रखंड हैं। संगठित भारत के निर्माण और हिंदुओं की रक्षा के लिए निरंतर काम चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर में सेना पर पत्थर फैंकना युद्ध जैसा है। हिन्दू धर्म का आचरण मंदिर में जाना, गोसेवा और उसे रोटी खिलाने के साथ गंगा रक्षा है। उन्होंने कहा की भूखे और दलित को भोजन कराना भी हिंदू सेवा का मुख्य कर्तव्य है।
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