फाइल फोटो प्रो.अतुल यादव
प्रयागराज:(नैनी) विगत दिनों सैम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय में व्यक्तिगत कार्य हेतु जाना हुआ ।कृषि विश्वविद्यालय में कृषि तकनीक को करीब से देखा और छात्रों के माध्यम से भी नई तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई।इसी क्रम में जब उद्यान विज्ञान विभाग में पहुँचा तो वहां पर सब्जी एवम फल उत्पादन की नई-नई तकनीक देखने को मिली।
छात्रों के साथ वार्ता के दौरान जानकारी मिली कि सैम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय में उद्यान विभाग में प्रो अतुल यादव के द्वारा उद्यान विज्ञान में अनेक शोध किये गए हैं। विश्वविद्यालय परिसर में देखने को मिला की प्रोफ़ेसर अतुल यादव के द्वारा बच्चों को विभिन्न प्रकार की फसलों के उत्पादन संरक्षण एवं संवर्धन के अंतर्गत शिक्षित किया जा रहा है ।उनके द्वारा प्रयोगशाला में किये प्रयोग के उपरांत प्राप्त शोधों को खेतों में लागू किया जाता है, जहां पर किसानों द्वारा कम लागत में अधिक लाभ प्राप्त किया जाता है।
खेती या कृषि कुल सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 16%I योगदान देती है और भारत में कुल कार्यबल का लगभग 50% रोजगार प्रदान करती है।भारत की बढ़ती जनसंख्या में पोषण संबंधी कमियों को देखते हुए आज एक बढ़ती मान्यता है कि पोषण संबंधी सुरक्षा प्राप्त करने के लिए खाद्य उत्पादन को बढ़ाते हुए गुडवत्ता युक्त खाद्य पदार्थों के उत्पादन पर जोर दिया जाना चाहिए ।वर्तमान की कृषि चुनौतियों के लिए प्रो अतुल यादव के द्वारा प्रशिक्षित विद्यार्थी कृषि उत्पादन के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहे है।
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