इजरायल में सबसे
लंबे समय तक PM रहने वाले बेंजामिन नेतन्याहू
की कुर्सी खतरे में है। दरअसल, हाल ही में गाजा पट्टी में इस्लामिक चरमपंथी
समूह हमास के साथ सैन्य संघर्ष के बाद इजरायल में विपक्ष की गतिविधियों में तेजी
आई है।
उनके विरोधी अब
इसकी कवायद में जोर-शोर से लगे हुए हैं। उनके विरोधियों का पूरा जोर नेतन्याहू को पद से हटकार सत्ता पर
बैठना है जिसके लिए विरोधियों की
नजरें दक्षिणपंथी नेता नफ्ताली बेनेट पर लगी हुई हैं। विपक्षी नेता याइर लैपिड को
इस काम में भारी मुश्किलों का सामना करना
पड़ रहा है। रविवार को उन्होंने हुए
बेंजामिन नेतन्याहू को पद से हटाने और नए गठबंधन के साथ सरकार बनाने की घोषणा की
थी। माना जा रहा है कि इस ऐलान से देश में PM बेंजामिन नेतन्याहू की सत्ता खत्म हो सकती है।
71 वर्षीय PM नेतन्याहू पर धोखाधड़ी, घूसखोरी और विश्वास के उल्लंघन जैसे आरोपों का सामना कर रहे
हैं। हालांकि, वह इन आरोपों से
हमेशा इनकार करते रहे हैं लेकिन इन आरोपों के बाद इजरायल की राजनीति में उथल-पुथल
जरूर देखने को मिली है। बीते दो साल में ही इजरायल में चार चुनाव हुए हैं और सारे
ही अनिर्णायक रहे हैं।
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