- टूटती सांसों को जिंदगी दे रहे जिले के युवा व समाजसेवी
- कई बार हाथ लगती है असफलता,फिर भी करते है हम प्रयास-निशांत
सुल्तानपुर।कोरोना वायरस महामारी के चलते लोग जहां शारीरिक तौर पर परेशान हो रहे हैं।वहीं मानसिक तौर पर भी लोग संतुलन खो दे रहे हैं। ऐसे मौकों पर सावधानी की जररूत है।जाने अनजाने में लोग कोरोना के खौफ से अप्रिय कदम तक उठा ले रहे हैं।कोरोना की दूसरी लहर में दवा, इलाज और सांस के लिए संघर्ष कर रहे मरीजों की मदद के लिए जिले के युवा व समाजसेवी संस्थाओं के सदस्यों ने एक सराहनीय पहल की शुरुआत की है।तकनीक का बेहतर इस्तेमाल कर सुल्तानपुर कोविड लीडस् व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर जरूरतमंदों को न केवल रेमडेसिविर इंजेक्शन,अस्पतालों में बेड बल्कि ऑक्सीजन भी मुहैया कराने के प्रयास में लगी हैं।इस ग्रुप में अलग-अलग जगहों से छात्र-छात्राएं जुड़े हैं।वह जरूरतमंद की तलाश करते हैं और उनके बारे में जानकारी ग्रुप में साझा करते हैं।
इनसेट:-तैयार की ट्विटर व व्हाट्सएप पर एक्टिव लोगो की टीम
जिले के युवाओ व कुछ प्रबुद्ध लोगो ने इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर जरूरतमंदों की गुहार जैसे ही इस ग्रुप पर साझा करते है वैसे सभी अपने अपने हिसाब मदद के लिए प्रयास करने में जुट जाते है।संबंधित अधिकारी से संपर्क करते है। कई बार असफलता भी हाथ लगती है, लेकिन हौसले नहीं टूटते ग्रुप के संचालक अभिषेक सिंह व निशांत द्विवेदी कहते है कि हमारी टीम केवल प्रयास करती है। अफसरों और दानदाताओं से सीधा संवाद कर मरीजों के बारे में सही सूचना देती है और मदद के लिए प्रयास करती है।अंकुरण फाउंडेशन के सदस्य व जनसेवा की मिसाल अभिषेक का कहना है कि अभी तक अधिकांश लोगों की मदद हो गयी है।वही इस मुहिम की शुरूआत करने वाले निशांत द्विवेदी का कहना है हम केवल अकेले ही नही प्रयास करते है बल्कि इस ग्रुप के एक एक सदस्य का प्रयास सराहनीय है।
तकनीकी के सहारे सुल्तानपुर से असम में हुई मदद
कोविड लीडस् ग्रुप में सूचना मिली कि असम के गुवाहाटी जिले में प्लाज्मा की जरूरत है तो केएनआई पीएसएस से एमबीए कर रहे छात्र
सुशांत द्विवेदी ने ट्विटर पर मदद की गुहार की तो डीजीपी असम व भारत की उड़नपरी हिमा दास ने ट्वीट को संज्ञान में लेते हुए मदद दिलाई वही कुल्दीप शुक्ला ने दिल्ली में जरूरतमंद को प्लाज्मा दिलाने का कार्य किया।इस मुहिम में अभिषेक तिवारी,स्वास्तिक श्रीवास्तव का योगदान बड़ा है।
इनसेट:-ग्रुप में प्रबुद्ध जनों के साथ युवाओ की लंबी टीम
इस मुहिम डॉ डीएस मिश्र, व डॉ आस्था त्रिपाठी जो कि पूर्व सीएमओ डॉ सीबीएन त्रिपाठी की सुपुत्री है। डॉ अमित कौशिक महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है।इनके अलावा दिन रात एक कर मदद के लिए ग्रुप में केएनआईपीएसएस एमबीए फैकल्टी के शिक्षक रीतू बरनवाल, माधवेन्द्र प्रताप सिंह,इंद्र जीत कौर, व एयू फैमिली के संस्थापक अंकित द्विवेदी,घर सुल्तानपुर के सदस्य शिवाकांत पांडेय,अभय सिंह,जय प्रकाश मिश्र,डॉ पंकज त्रिपाठी,पूर्व छात्र परिषद अध्यक्ष सुमित श्रीवास्तव,सुभांशु रघुवंशी,अभिषेक शुक्ला सिंगर, कुलदीप तिवारी जो तिलोई और गौरीगंज व लखनऊ में भी बेड दिलवा चुके है।वही फार्मासिस्ट का डिप्लोमा ले चुके मयंक द्विवेदी जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मदद कर रहे है।कृष्णा विश्वकर्मा,उत्कर्ष शुक्ला लवकुश गुप्ता व पत्रकार अंजनी तिवारी,शुभम तिवारी अश्विनी मिश्रा,प्रतीक मिश्र,विपुल शर्मा,आशुतोष त्रिपाठी,शिवम मिश्र,विवेक सिंह ,प्रभु मिश्रा,सचिन पांडेय,सुमित पांडे,आकांक्षा सिंह,सुधांशु सिंह,जीतू तिवारी,उत्कर्ष द्विवेदी,सौम्य पांडेय,निखिल,आलोक मिश्र,पीयूष सिंह,हर्षित सिंह,उत्कर्ष मिश्र,आदि सैकड़ो युवा पूरी लगन से सेवाभाव कर रहे है।
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