इसी क्रम में संघ भाग प्रचारक प्रवेश कुमार ने गोपाष्टमी गोपाष्टमी के एक कार्यक्रम में गौ माता के विषय मे बताते हुए कहा कि गौ माता के बिना सृष्टि की परिकल्पना ही नहीं की जा सकती।उन्होंने बताया कि हमारे यहाँ मान्यता है कि गायो में सभी देवी देवता का निवास माना जाता है, लिहाजा गो सेवा
और गोपूजा दोनों का सनातन धर्म में विशेष महत्त्व रखता है। कार्तिक शुक्ल
अष्टमी को गोपाष्टमी मनाया जाता है। आज के दिन गाय और बछड़ो को नहला-धुलाकर श्रृंगार
किया जाता है। इसके बाद विधि पूर्वक पूजा करने के बाद आरती किया जाता है। सनातम
धर्म की मान्यताओ के अनुसार, गाय में 64 हजार देवी-देवताओ का निवास होता है। साथ ही
आज के दिन से ही भगवान श्री कृष्ण ने गायो को चराने का काम शुरू किया था। वहीं
दूसरी ओर गाय के मूत्र से दूध तक सभी मानव जीवन के लिए उपयोगी होता है बल्कि घर और
मंदिर में होने वाली देव पूजा भी पूरी नहीं मानी जाती।
इस कार्यक्रम में उपस्थित समस्त गौभक्तो ने गौ माता की पूजा की एवम गौ माता की सुरक्षा की शपथ ली।इस अवसर पर विभाग सेवा प्रमुख विनोद ,भाग के प्रचार प्रमुख राजेश रंजन, प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मण आचार्वि,धानसभा सदस्य श्रीमान शंभू ,समेत दर्जनो गौ भक्त मौजूद रहे ।
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