नई दिल्लीः दिल्ली में अगर अपराध करने वाले कदम-कदम पर हैं तो उसे रोकने वाले भी हैं। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि दिल्ली क्राइंम ब्रांच की AHTU ने अपराधियों को खोज निकालने का काम बहुत तेजी से किया है। राजस्थान के सीकर से एक नाबालिग बच्ची को बरामद कर ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया और उनकी टीम ने साबित कर दिया है कि वो अपराधियों को कहीं से खोज निकालने में सक्षम हैं।
दिल्ली में एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसे 60 हजार रुपए में बेच दिया गया। जिसे ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया और उनकी टीम ने कड़ी मेहनत के बाद नाबालिग लड़की को राजस्थान के सीकर से बरामद कर लिया। बता दें कि नाबालिग 16 सितंबर 2021 से अपने घर से लापता हुई थी, जिसके बाद 17 सितंबर को मामला शालीमार बाग थाने में दर्ज किया गया लेकिन, मामले में जल्द कोई सुराग नहीं मिला तो इसे AHTU को ट्रांसफर किया गया। जिसके बाद इस मामले की कमान ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया ने संभाली और टीम का गठन किया।
ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया की टीम में इंस्पेक्टर अमलेश्वर राय, इंस्पेक्टर विजय कुमार मिश्रा, हेड कांस्टेबल गोपाल कृष्णा शामिल हुए। इस टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए पहले परिजनों, पड़ोसियों और उसके दोस्तों से छानबीन की।
AHTU को जांच में पता चला कि नाबालिग नीरज सोनकर नाम के लड़के के साथ काफी संपर्क में थी। नीरज अपनी 2 महिला सहयोगियों के साथ लगातार संपर्क में था और बच्ची को आगरा ले गया। जहां बच्ची को 60 हजार रुपए में राजस्थान में सीकर के रहने वाले गोपाल लाल ने खरीदा था।
मिली जानकारी के मुताबिक गोपाल ने अपने बहनोई की शादी कराने के लिए बच्ची को खरीदा था। इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों में से AHTU ने 2 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अन्य लोगों को तलाश जारी है। AHTU ने नाबालिग लड़की को उसके परिवार वालों को सौंप दिया है। लड़की के वापस मिलने के बाद परिवार ने दिल्ली पुलिस और ACP सुरेंद्र कुमार गुलिया का आभार प्रकट किया।
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