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प्रकाश न्यूज़ ऑफ़ इंडिया |PrakashNewsOfIndia.in| Last Updated: Thu, 14 May 2020; 08:45:00 AMकेंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि कोरोना वायरस नैसर्गिक (प्राकृतिक) नहीं है बल्कि लैब में तैयार हुआ है। हमें कोरोना के साथ जीवन जीने की कला को समझना होगा। एक चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बात कही। केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'जहां तक मुझे पता है अगर यह वायरस नैसर्गिक होता तो वैज्ञानिकों को इसके बारे में पता होता। ये लैब में तैयार हुआ वायरस है।' मालूम हो कि अमेरिका भी इस वायरस को लैब में तैयार होने की बात कह रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर इस वायरस को तैयार करने का आरोप लगाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम संबोधन में अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया, जो कि देश की कुल GDP का लगभग 10% है। अब यदि इस राशि को डॉलर में तब्दील करें, तो यह 266 बिलियन डॉलर हो जाती है और पाकिस्तान की GDP है 320 बिलियन डॉलर। इस हिसाब से हमारा आर्थिक पैकेज पाकिस्तान की वार्षिक GDP के 83 प्रतिशत के करीब है।
वैसे, केवल पाकिस्तान ही नहीं, वर्ल्ड बैंक के GDP इंडिकेटर के हिसाब से यह आंकड़ा 149 देशों की वार्षिक GDP से भी अधिक है। अगर आंकड़ों को देखें, तो आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज पाकिस्तान, वियतनाम, पुर्तगाल, ग्रीस, रोमानिया और न्यूजीलैंड जैसे 150 देशों की जीडीपी से ज्यादा है।
वित्तमंत्री की तरफ से पेश किए गए आर्थिक राहत पैकेज को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जीरो (शून्य) बताया है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि केंद्र के आर्थिक पैकेज में गरीबों, प्रवासी मजदूरों और मध्यम वर्ग के लिए कुछ भी नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने दुनिया भर को कोरोना वायरस को लेकर चेताते हुए कहा है कि हो सकता है कि कोविड-19 कभी ख़त्म ही ना हो। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपातकालीन मसलों के निदेशक माइकल रयान ने जेनेवा में एक वर्चुएल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कोरोना हमारे बीच क्षेत्र विशेष का एक अन्य वायरस बन सकता है और संभव है कि ये कभी ख़त्म ही ना हो." उन्होंने एचआईवी का उदाहरण देते हुए कहा कि यह वायरस भी ख़त्म नहीं हुआ है।
भारतीय टीम के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने बुधवार को टीम के पूर्व कोच ग्रेग चैपल के कार्यकाल को भारतीय क्रिकेट का सबसे बुरा समय बताया। चैपल ने एक शो पर महेंद्र सिंह धोनी के बारे में कहा था कि उन्होंने धोनी को हर बार गेंद को सीमारेखा के बाहर मारने के बजाए शॉट को नीचे खेलने की सलाह दी थी। चैपल के इस बयान पर हरभजन सिंह ने एक ट्वीट किया है और बताया है कि उन्होंने धोनी को ऐसी सलाह क्यों दी थी। ग्रेग चैपल ने धोनी को लेकर यह भी कहा था कि उन्होंने धोनी से ताकतवर बल्लेबाज अभी तक नहीं देखा। चैपल 2005 से 2007 तक भारतीय टीम के कोच रहे थे। उनका कार्यकाल हालांकि विवादों से भरा रहा और कई सीनियर खिलाड़ियों के साथ उनके मतभेद रहे जिसमें तत्कालीन कप्तान और मौजूदा समय में बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली भी शामिल थे।
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