सत्येंद्र तिवारी,सुलतानपुर |PrakashNewsOfIndia.in
Last Updated: Sun, 9 Aug 2020; 07:43:00 PM
हर साल भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की पष्ठी तिथि को हलही छठ मनाते हैं। इस साल यह त्योहार 9 अगस्त (रविवार) यानि आज है। सभी माताएं अपने पुत्रों की लम्बी उम्र के लिए यह ब्रत रखती है, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्म हुआ था। इसलिए महिलाएं अपने पुत्र की लंबी आयु और समृद्धि की कामना के लिए उपवास रखती हैं। छठ के दिन महिलाएं पुत्र के हिसाब से छह छोटे मिट्टी के बर्तन या पात्र में पांच या सात अनाज या मेवा भरती हैं। और इस व्रत में कई नियमों का पालन करना जरूरी होता है। हलछठ व्रत में गाय का दूध या दही का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा गाय के दूध या दही का सेवन करना भी वर्जित माना गया है। इस दिन केवल भैंस के दूध या दही का सेवन किया जाता है। इसके अलावा हल से जोता हुआ कोई अन्न या फल भी नहीं खाया जाता है।
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