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Last Updated: Mon, 15 Jun 2020; 06:35:00 AM
कोरोना के असरदार इलाज की लगातार कोशिशें चल रही हैं. इस बीच तेजी से फैलता हुआ ये दुनियाभर के 78 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर चुका है. अब हाल ही में रिसर्च बता रही है कि कोरोना वायरस के म्यूटेशन से जो वायरस बना है, वो उस वायरस के कई गुना खतरनाक है, जो चीन से फैला था. बताया जा रहा है कि इस वायरस में पाई जाने वाली कांटेदार संरचना, जो हमारे शरीर में प्रवेश करने में मदद करती है, वो चार गुना से भी ज्यादा है. D614G नाम के इस वायरस स्ट्रेन को इसी बढ़ी हुई संचरना के कारण 10 गुना ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है.
इससे पहले दो तरह के म्यूटेशन दिखे थे, जिनके वायरस स्ट्रेन को G614 और D614 नाम दिया गया था. वायरस के नए स्ट्रेन को D614G नाम दिया गया है, जो ज्यादा देर तक शरीर में बना रहता है. इससे मरीज में वायरल लोड बढ़ जाता है, जिससे इलाज में ज्यादा परेशानी होती है. वैसे इससे पहले से ही वैज्ञानिक ये समझने की कोशिश कर रहे थे कि वायरस का असर दुनिया के कुछ देशों में कम, कहीं ज्यादा क्यों दिख रहा है. इसी बीच म्यूटेशन से बने इस वायरस के बारे में पता चल चुका था. ये भी देखा जा चुका था कि अमेरिका, इटली और स्पेन जैसे देशों में वायरस का यही स्ट्रेन फैला है.
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