सुल्तानपुर : राष्टीय स्वयं सेवक संघ के नगर प्रचारक प्रभात ने एलएसी पर खूनी संघर्ष में शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए बुधवार शाम श्रद्धांजलि दी।
नगर प्रचारक प्रभातने कहा कि भारत और चीन दोनों पड़ोसी देश हैं , चाइना को पूरा विश्व और भारतवर्ष जानता है कि चीन विस्तारवादी नीति अपनाता है । पाकिस्तान जैसे अधर्मी देश के कंधे से निशाना लगता है । आए दिन भारतवर्ष में डोकलाम से लेकर के आज लद्दाख के गलवान घाटी जैसे क्षेत्र में समस्या उत्पन्न कर रहा है चीन हमारे भारतीय सेना के साथ इतना बड़ा षडयंत्र पूर्वक धोखे से जिस प्रकार से घात लगाकर सेना की हत्या किया है वह बहुत ही कुकृत्य पूर्ण उसका रवैया है इसका भारत के सेना को पुरजोर विरोध करते हुए उन को उसी की भाषा में सबक सिखाना चाहिए और उसके 10 गुना ज्यादा सैनिकों को समाप्त कर देना चाहिए जो होगा देखा जाएगा भारती के पुत्र सेना के साथ हैं । साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और चाइना के मध्य जब 1962 में युद्ध हुआ था उस युद्ध के पश्चात लाइन आफ एक्चुअल कंट्रोल LAC अर्थात वास्तविक नियंत्रण सीमा रेखा पर युद्ध समाप्त होने के कुछ वर्षों पश्चात सरकारें यह तय की थी । अब कोई कार्यवाही नही होगी जस का तस जो जहाँ है वही रहेगा परन्तु लगातार चाइना युद्ध विराम का उल्लंघन करता चला रहा है सीमा रेखा से लगा हुआ जो क्षेत्र है जहां गलवान वैली में जो लद्दाख में पड़ता है । वर्तमान में यही घटना घटी है , तथा साथ ही वहां से आगे बढ़ने पर हिमाचल प्रदेश , उत्तराखंड , सिक्किम , अरुणाचल प्रदेश , अक्साई क्षेत्र , नेपाल , कैलाश क्षेत्र , तिब्बत क्षेत्र तथा साथ ही मैकमोहन रेखा आदि सिमा रेखापर समस्या उत्पन्न कर रहा है ।
चाइना जैसा देश आज वर्तमान में विश्व को महामारी ही दिया है। आज पूरे भारतवासियों को एकजुट होकर विधर्मियों को सबक सिखाना चाहिए और जो भी सामग्री बालना में बन रही है या वहाँ से निर्मित हो रही है जो उसका तेजैक्ट तैयार हो रहा है टिक - टॉक का वीडियो बनाया जा रहा है। पूर्ण रूप से हम सबको मिलकर इसका विरोध बहिष्कार करना चाहिए और यही हम सब की देशभक्ति और राष्ट्रभक्ति है जिसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए भारतवर्ष के सभी जनता को इसका पुरजोर विरोध करते हुए उसके निर्मित सामग्री को जलाकर सबक सिखाना चाहिए आज का यही धर्म है। भारतीय सेना जवाब देने के लिए भरपूर प्रयास भी कर रही है और वर्तमान में सेना को आदेश भी दिया गया है और आदेश देने की आवश्यकता भी है। भारतवासी प्रशासन की घड़ी में मां भारती के बेटे भारतीय सेना के साथ हैं और जो सैनिक वीरगति को प्राप्त होते हुए हैं । उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मां भारती के चरणों में प्रणाम निवेदित करते हैं ।
नगर प्रचारक प्रभातने कहा कि भारत और चीन दोनों पड़ोसी देश हैं , चाइना को पूरा विश्व और भारतवर्ष जानता है कि चीन विस्तारवादी नीति अपनाता है । पाकिस्तान जैसे अधर्मी देश के कंधे से निशाना लगता है । आए दिन भारतवर्ष में डोकलाम से लेकर के आज लद्दाख के गलवान घाटी जैसे क्षेत्र में समस्या उत्पन्न कर रहा है चीन हमारे भारतीय सेना के साथ इतना बड़ा षडयंत्र पूर्वक धोखे से जिस प्रकार से घात लगाकर सेना की हत्या किया है वह बहुत ही कुकृत्य पूर्ण उसका रवैया है इसका भारत के सेना को पुरजोर विरोध करते हुए उन को उसी की भाषा में सबक सिखाना चाहिए और उसके 10 गुना ज्यादा सैनिकों को समाप्त कर देना चाहिए जो होगा देखा जाएगा भारती के पुत्र सेना के साथ हैं । साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और चाइना के मध्य जब 1962 में युद्ध हुआ था उस युद्ध के पश्चात लाइन आफ एक्चुअल कंट्रोल LAC अर्थात वास्तविक नियंत्रण सीमा रेखा पर युद्ध समाप्त होने के कुछ वर्षों पश्चात सरकारें यह तय की थी । अब कोई कार्यवाही नही होगी जस का तस जो जहाँ है वही रहेगा परन्तु लगातार चाइना युद्ध विराम का उल्लंघन करता चला रहा है सीमा रेखा से लगा हुआ जो क्षेत्र है जहां गलवान वैली में जो लद्दाख में पड़ता है । वर्तमान में यही घटना घटी है , तथा साथ ही वहां से आगे बढ़ने पर हिमाचल प्रदेश , उत्तराखंड , सिक्किम , अरुणाचल प्रदेश , अक्साई क्षेत्र , नेपाल , कैलाश क्षेत्र , तिब्बत क्षेत्र तथा साथ ही मैकमोहन रेखा आदि सिमा रेखापर समस्या उत्पन्न कर रहा है ।
चाइना जैसा देश आज वर्तमान में विश्व को महामारी ही दिया है। आज पूरे भारतवासियों को एकजुट होकर विधर्मियों को सबक सिखाना चाहिए और जो भी सामग्री बालना में बन रही है या वहाँ से निर्मित हो रही है जो उसका तेजैक्ट तैयार हो रहा है टिक - टॉक का वीडियो बनाया जा रहा है। पूर्ण रूप से हम सबको मिलकर इसका विरोध बहिष्कार करना चाहिए और यही हम सब की देशभक्ति और राष्ट्रभक्ति है जिसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए भारतवर्ष के सभी जनता को इसका पुरजोर विरोध करते हुए उसके निर्मित सामग्री को जलाकर सबक सिखाना चाहिए आज का यही धर्म है। भारतीय सेना जवाब देने के लिए भरपूर प्रयास भी कर रही है और वर्तमान में सेना को आदेश भी दिया गया है और आदेश देने की आवश्यकता भी है। भारतवासी प्रशासन की घड़ी में मां भारती के बेटे भारतीय सेना के साथ हैं और जो सैनिक वीरगति को प्राप्त होते हुए हैं । उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मां भारती के चरणों में प्रणाम निवेदित करते हैं ।
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